Rabbit and Tortoise Story in Hindi | खरगोश और कछुआ की कहानी

Rabbit and Tortoise Story in Hindi – छोटे छोटे नन्हे बच्चे को खरगोश बहुत पसंद आता है। खरगोश और खरगोश का छोटा छोटा बच्चा बहुत प्यारा देखने में लगता है। यही कारण है कि बच्चे खरगोश और कछुआ की कहानी को सुनने में बहुत मजा आता है इसी कारण से आज हम लोग कछुआ और खरगोश की कहानी के बारे में जानने वाले हैं।

छोटे-छोटे कहानियां हम सभी को छोटी-छोटी जीवन में आए बाधाओं को समझने में और उसे हटाने में काम आता है। क्योंकि हम सभी को नई नई कहानियां इंटरनेट पर प्रोवाइड किया जाता है। StoryHindi.net एक Hindi Story, Moral Stories in Hindi, तथा सभी प्रकार के Hindi Kahaniya का संग्रह है जहां से आप अच्छे-अच्छे कहानियां पढ़ सकते हैं।

यह कहानी खरगोश और कछुए की कहानी से संबंधित है और Rabbit and Tortoise Story in Hindiखरगोश और कछुआ की कहानी भी दिया गया है। इस कहानी में बहुत सारे सबक दिया गया था जिसे पढ़कर आप अच्छा समझ ले सकते हैं। क्योंकि हम किसी न किसी सीख के कारण है हिंदी कहानियां पढ़ने के लिए आते हैं।

Rabbit and Tortoise Story in Hindi

Rabbit and Tortoise Story in Hindi
खरगोश और कछुआ की कहानी

एक समय की बात है एक जगह बहुत सारे जानवर इकट्ठा होकर रहते थे। वहां सभी जानवर आपस में खेलते कूदते थे लेकिन बेचारा कछुआ ना किसी से बात करता था ना किसी के साथ खेलता था। क्योंकि कछुआ जब भी किसी से खेलने की बात करता तो सब उसे उस मना कर देते हैं क्योंकि उन्हें दौड़ना नहीं आता था। और जो बिना दौड़े खेल सके ऐसा खेल खेलने में मजा नहीं आता है।

जब जब कछुए ने किसी जानवर से खेलने की बात कही है और किसी खेल में हिस्सा लिया है तो हमेशा कछुआ ही हारता था। इसी कारण से जंगल के सभी जानवर कछुआ को अपनी खेल में शामिल करने से हिचकी चाहते थे।

एक दिन की बात है कछुए ने सोचा कि सोचा कि वह भी खेल खेलेगा और जीतने का प्रयास करेगा। यह सोचकर कछुए ने खरगोश से कहा कि खरगोश भाई चलो हम लोग एक खेल खेलते हैं। तभी खरगोश ने कहा है कि कछुआ भाई तुम क्या खेल खेलोगे। क्योंकि तुम्हें तो खेलना ही नहीं आता।

खरगोश कहता है कि जब भी तुम मेरे साथ खेले हो तुम्हारे हो इसमें खेलने में मजा नहीं आता है। तभी खरगोश कहता है कि आज का खेल दूसरा है हम दोनों साइकिल पर रेस करेंगे और देखते हैं कि कौन जीत पाता है।

लाख मनाने के बाद भी खरगोश इस खेल को खेलने के लिए राजी नहीं होता है। वह कहता है कि जब भी तुम मेरे साथ पहले हो मुझे तुम्हारे साथ कोई भी कंपटीशन करने में कोई रुचि नहीं है। तभी कछुआ कहता है कि चलो आज दूसरी प्यार करते हैं इसमें मजा आ जाता है।

Rabbit and Tortoise Story in Hindi

कछुए की लागत आने के बाद खरगोश खेल खेलने के लिए राजी हो जाता है। वहां पर मौजूद एक बिल्ली ने कहा है कि चलो मैं तुम दोनों कि खेल को आकलन करूंगा और देखूंगा कि इसमें कौन जीता है कौन हारा है।

यह सुनकर खरगोश खुश हो गया और वे खेलने के लिए तैयारियां करने लगे। खरगोश और कछुआ दोनों के पास अपनी अलग-अलग साइकिल थी दोनों अपनी साइकिल को लेकर खेलने के लिए तैयार थे।

Khargosh aur Kachhua Ki Kahani in Hindi

साथ ही आपको यह भी बता दो कि दोनों को साइकिल अच्छी तरह से चलाना आता था। क्योंकि दोनों मैदान में अच्छी तरह से साइकिल चलाया करता था और मौज मस्ती किया करता था।

इस खेल के नियम को समझाते हुए कछुआ कहता है कि तुम भी अपनी साइकिल पर जाओगे हम भी अपनी साइकिल पर जाएंगे। जो भी जल्दी उस छोड़ थक जाएगा और फिर दोबारा यहां तक आएगा उसे जीत माना जाएगा।

खरगोश और कछुआ की कहानी

यह सुनकर खरगोश बहुत खुश हुआ क्योंकि उन्हें यह दूरी बहुत कम लगी थी और खरगोश को साइकिल चलाना बहुत अच्छी तरह से आता था। खरगोश अभी सोच रहा था कि इस खेल में वही जीतने वाला है। आपको बता दें कि कछुआ और खरगोश दोनों अपनी रेस के लिए तैयार हो गए और दोनों एक साथ अपनी साइकिल पर आगे बढ़े।

जैसे ही दोनों आधा दूरी तय किया तो उन्होंने देखा कि मतलब के खरगोश ने देखा कि कछुआ भी बहुत पीछे हो और धीरे-धीरे साइकिल चला रहा है। इस बार खरगोश में सोचा कि कि नहीं थोड़ा देर से कल से उतर कर घूमते फिरते हैं।

जैसे ही खरगोश अपनी साइकिल से उतर कर इधर-उधर घूम रहा था तभी उसे एक खेत में लाल लाल गजर दिखाई दिया। गाजर को देखकर खरगोश कामायनी ललित गया और वह गाजर को खाने के लिए उस खेत में कूद पड़ा।

Story of Rabbit and Tortoise in Hindi

खरगोश ने लाल लाल काजल देखकर उस खेत से खूब गाजर खाया। यह देखकर कछुआ पीछे से आ रहा था और उन्हें बिना कुछ बोले आगे बढ़ गया। कछुआ अपनी चाल में आगे बढ़ता ही जा रहा था और खरगोश गाजर खाने में मस्त था।

जब कछुआ आधा दूर पहुंच जाता है फिर भी खरगोश वही गाजर खाने में व्यस्त था। ऐसे चलते चलते कछुआ अपने लक्ष्य पर पहुंचने से बस कुछ ही दूरी पर था तभी अचानक खरगोश की नजर कछुए पर पड़ी।

Story of Rabbit and Tortoise in Hindi

यह देखकर खरगोश को बड़ा दुख हुआ और वह साइकिल पर चला चलाने के लिए। जैसे खरगोश साइकिल चलाने के लिए चलाना वैसे उसे पता चला कि वह बहुत ज्यादा गाजर खा चुके हैं और साइकिल चलाना उसके बस की बात नहीं है। अब खरगोश धीरे-धीरे साइकिल चला रहा था और जैसे ही वह कुछ ही दूर पहुंचा कछुआ अपने लक्ष्य पर पहुंचकर दोबारा रिटर्न हो रहा था और वह अचानक जीत भी गया।

Khargosh aur Kachhua Ki Kahani in Hindi

यह देखकर खरगोश बेचारा को बहुत ही दुख हुआ और वह सोचने लगा कि अगर मैं गाजर के लालच में ना होता तो आज मैं जीत गया होता। लेकिन आज के दिन कछुआ बहुत खुश था क्योंकि उन्होंने पहली बार रेस में जीता था।

यह देखकर जंगल के सभी जानवर कछुए के लिए तालियां बजा रहे थे क्योंकि कछुए ने बहुत ही सुंदरता के साथ उस पाखंडी खरगोश को जवाब दिया था। क्योंकि जंगल के सभी जानवर से खरगोश हमेशा मजाक करता रहता था कि मैं सबसे आगे में सबसे आगे।

खरगोश दौड़ने चलने में तेज होता है इसी कारण से वह सभी जानवरों को खेलने के लिए बुलाते हैं और उनका मजाक उड़ाते रहते थे। लेकिन इस बार उसके बाद ही उल्टा पड़ गई और वह इस बार सबसे कम से ने वाला जानवर कछुए से हार गए हैं।

फिर उसके बाद से कछुए या कोई और भी जानवर खरगोश से खूब मजाक किया करता था। क्योंकि कछुआ खरगोश सिंह एक बार जीत चुका था और खरगोश को पूरा यकीन हो गया था कि अब वह उससे नहीं जीत पाएंगे।

सिख?

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि कोई भी कितना आगे क्यों ना हो हम अपनी मेहनत के दम पर उसे हरा सकते हैं। अगर आपकी कक्षा में कोई आप से आगे है तो आप उसे गिराने की कोशिश कतई ना करें। आप उसे अपनी काबिलियत और मेहनत के दम पर हराने की कोशिश करें।

Rabbit and Tortoise Story के बारे में

आज की इस कहानी में हम लोग खरगोश और कछुए की साइकिल रेस के बारे में पड़ा है। Rabbit and Tortoise Story in Hindi (खरगोश और कछुआ की कहानी) की कहानी में खरगोश और कछुए में साइकिल पर रेस होता है जिसमें की कछुआ अपने चालाकी से अपनी जीत दर्ज करता है

FAQ

Rabbit and Tortoise Story in Hindi से हमें क्या सीख मिलती है?

कछुआ और खरगोश की कहानी से हमें क्या सीख मिलती है कि हमें अपने जीवन में अपने लक्ष्य पर फोकस करना चाहिए ना की किसी की बकवास पर।

कछुआ किस चीज की रेस करने के लिए राजी हुआ?

कछुआ किस चीज की रेस करने के लिए राजी हुआ?

रैबिट इस बार साइकिल रेस के लिए पार्टिसिपेट करने के लिए राजी हुआ था।

खरगोश को किस कारण से हार का सामना करना पड़ा था? खरगोश गाजर खाने के लालच में था तब तक कछुआ धीरे से अपनी लाश पर पहुंच गया था।

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