Best Bedtime Stories in Hindi | बेड टाइम स्टोरीज इन हिंदी

हिंदी कहानियां तो हर किसी को अच्छी लगती है लेकिन Bedtime Stories in Hindi, Bedtime Stories in Hindi with Moral, Bedtime Stories in Hindi Panchtantra, Short Bedtime Stories in Hindi पढ़ने का अपना कुछ अलग ही मजा होता है। क्योंकि जब बड़े लोग सोने के लिए बिस्तर पर जाते हैं तो उससे पहले अपनी मोबाइल वैसे बहुत सारे वीडियोस निकाल कर देखते हैं जिसमें की बहुत सारी Story in Hindi भी शामिल है।

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बेड टाइम स्टोरीज इन हिंदी

आजकल के बच्चों को तथा बड़ों को कहानियां सुनने का बहुत ही अलग किस्म का मनोरंजन होता है। क्यों की हिंदी कहानियां में हमेशा से ही बेस्ट हिंदी स्टोरी सबसे ज्यादा प्रसिद्ध रही है और सबसे ज्यादा प्रचलित माने जाने वाली हिंदी शॉर्ट स्टोरी बहुत ज्यादा है लोगों को पसंद आता है। ऐसे में हिंदी कहानियां का तो सभी लोग दीवाना बना हुआ है क्योंकि इतनी ज्यादा हिंदी कहानियां लोगों को पसंद आती है कि लोग अब सोते समय भी मतलब की Bedtime Stories in Hindi पढ़ा करते हैं।

1. मीठा समुंदर – Bedtime Stories in Hindi

Bedtime Stories in Hindi
Bedtime Stories in Hindi

एक समय की बात है प्रमोद नामक व्यक्ति किसी तालाब में मछली मारने के इरादे से जाता है। प्रमोद जैसे ही मछली के उस तालाब के ऊपर मछली मारने के लिए जाता है। वहां पहले से ही बहुत सारे लोग मछली मारने के लिए बैठे हुए थे। जिसमें से एक का नाम ओमकार था दूसरे का नाम सुमन था। सुमन और ओमकार दोनों पहले से ही मछली उस तालाब से मार कर घर ले जाया करता था और फिर उसे मार्केट में भेज दिया करता था।

जैसे ही प्रमोद मछली मारने के लिए अपनी जान सकता है दोनों मछुआरे सुमन और ओमकार कहता है कि हमने बहुत पहले से ही यहां मछली मारने का काम कर रहे हैं। अभिया क्षेत्र मछली मारने का तथा इस तालाब में मछली मारने का हक तो मेरा ही है क्योंकि हम लोग यहां पहले से ही अपनी जगह को लूट चुके हैं। इसके बाद प्रमोद कहता है कि मुझे थोड़ी सी मछली तो मरने दे दो ताकि मेरा परिवार का पालन पोषण हो सके।

क्योंकि प्रमोद इस बिजनेस में नया-नया आया था उसने मछली मारने की कला भी अच्छी तरह से नहीं आता था। और अगर वह पूरी कला सीखे बगैर ही समुंदर में मछली मारने के लिए जाता है तो उसे ही एक भी मछली नहीं मिलेगी। इसी कारण से हुआ तालाब में मछली मारने के लिए जाता है लेकिन वहां पहले से मौजूद ओमकार और समाज दोनों से मछली मारने से मना कर देते हैं।

फिर प्रमोद बगल के एक छोटा सा तालाब में जाता है जिसमें मछली बिल्कुल भी नहीं थी थोड़ी बहुत होगी। उसी में थोड़ी बहुत मेहनत करके प्रमोद चार-पांच मछली इकट्ठा कर लेता है। वह इतना समझ ले लेकर अपने घर की तरफ चल पड़ता है। जैसे ही ओंकार और सुमन मार्केट पहुंचते हैं तो देखते हैं कि प्रमोद के पास केवल 4 मछली है और वह उसे अपनी बातों में लेकर मार्केट में बेच रहा था।

Romantic bedtime stories in Hindi

बाकी उन दोनों मछुआरों के पास तो बहुत ज्यादा मछलियां थी क्योंकि वह दोनों अपनी पसंद की तालाब में मछली पकड़ कर लाए थे। फिर वह दोनों मछुआरे पर मैं उसकी चार मछली को देखकर आस्था और कहता है कि तुमने दिनभर में इतनी हुई मछली पकड़ी है क्या अभी वह कुछ नहीं कहता है उसे जाने देता है।

एक दिन की बात है सुबह सुबह प्रमोद समुंदर के किनारे मछली पकड़ने के लिए चला जाता है। जब वह समुंदर के किनारे मछली पकड़ रहा होता है तो उस टाइम समुंदर में एक बहुत बड़ा तूफान आता है। तूफान को देखते हुए प्रमोद सोचता है कि मैंने तो कल भी चार मछली पकड़ी चाहिए आज भी अगर ज्यादा मछली नहीं पकड़ा तो मेरा परिवार का पालन पोषण किस प्रकार से होगा।

और वह सोचता है कि आज मैं आंधी आए तूफान आए मुझे नहीं तो पकड़ करके ही जाऊंगा। फिर वह मछली पकड़ने लगता है लेकिन समंदर में अचानक से तूफान आ जाती है। प्रमोद को कुछ पता नहीं चलता कि साथ क्या हो रहा है। समुंदर में आई अचानक तूफान के कारण वह एक जगह से दूसरे जगह पर पहुंच गया था। लेकिन वह अभी तक बेहोश था जैसे ही उसको होश आया उन्होंने देखा कि उसके आसपास के सभी दृश्य बदल चुके थे क्योंकि समंदर से आए तूफान के कारण हुआ समंदर के एक ऐसी जगह पर पहुंच गया इसका दृश्य ही बदला बदला सा लग रहा था।

फिर उसके बाद प्रमोद उठता है और देखता है कि उसके आसपास बहुत सारे सोने चांदी का खजाना रखा हुआ है। साथ ही यहां पर हुआ खड़ा था वहां का पानी एकदम समंदर का सुनहरा था। सुनहरे पानी में बहुत ताजी-ताजी मछलियां और बेहद ही बेशकीमती मछलियां जैसे कि हिलसा फिश इत्यादि प्रकार की मछलियां जोकि बहुत कम पाई जाती है तो उसकी कीमत बहुत ज्यादा होती है। वह इस दृश्य को देखकर आश्चर्यचकित रह गया था इनकी जहां उसे केवल दिन में चार मछली ही बड़ी मेहनत से पकड़ने पर होता था। अब तो बहुत सारी मछलियां ऊपर में तैरती हुई दिख रही थी।

समंदर का कोई एक खुफिया जगह था उस जगह के बारे में किसी को भी मालूम नहीं था। जैसे ही प्रमोद को जगह के बारे में पता चलता है, प्रमोद दूसरे ही दिन से उसे जाकर जाकर अच्छी-अच्छी और ताजी-ताजी तथा महंगी मछलियां पकड़ कर बाजार में बेचने के लिए जाया करता था। धीरे-धीरे पर बहुत बहुत बड़ा आदमी बन गया था क्योंकि मचलिया इतनी ज्यादा कीमती है और इतनी ज्यादा मात्रा में थे कि वह प्रत्येक दिन बहुत ज्यादा मात्रा में मछली लेकर बेचने जाया करता था।

यह देखकर उसकी बहुत सारे मित्र जैसे कि ओमकार और सुमन जो कि उसके साथ मछली पकड़ने का काम किया करता था। वह यह सब देख कर बहुत ज्यादा पर मुझसे जलने लगा था और सोचने लगा था कि यह इतनी भारी मात्रा में महंगी मछलियां गया तुरंत ही कहां से लेकर आ जाता है। एक दिन ओंकार ने सोचा कि चलो आज पता करते हैं कि प्रमोद कहां से मछली पकड़ता है और हमेशा इतनी दफा कीमती मछलियां कहां से लाता है।

दूसरे ही दिन प्रमोद जब घर से निकलता है मछली पकड़ने के लिए तो उसके पीछे पीछे ओंकार भी साथ चलता है। ताकि प्रमोद को पता नहीं चलेगा उससे बहुत ज्यादा पीछे-पीछे चल रहा था और जब कभी प्रमोद पीछे देखा तो ओंकार छुपकर पीछे देखने लगता था। इस तरह से वह पीछे पीछे उस जगह पर पहुंच गया जहां से प्रमोद मछली पकड़ कर लाया करता था। उसको को देखते ही ओंकार के मन में लालच भर गया सोचने लगा कि इतनी ज्यादा बेशकीमती चीजें यहां मौजूद है और हम मछलियों के पीछे क्यों पड़े हुए हैं।

Bedtime stories in Hindi fairy tales

खुशबू को देखते ही ओंकार कहता है कि अब तो मैं यहां से बहुत सारे सामान ले जा कर भेजूंगा। तभी प्रमोद उसको देख लेता है और कहता है कि तुम इस जगह पर कैसे आ गए हो। उसके बाद ओंकार कहता है कि तुम तो यहां मछली पकड़ कर ले जा रहे हो यहां तो इतने सारे मधुमक्खियों का रस है ना सोना चांदी है तो फिर इसे क्यों नहीं लेकर जाते थे। उन्होंने कहा कि मुझे मछलियों में कोई लालच नहीं है मैं यहां से बेशकीमती चीजें ले जाकर मार्केट में बेचा करूंगा। उसके बाद प्रमोद कहता है कि ऐसा मत करो यह प्राकृतिक चीजें हैं इसे प्राकृतिक ही रहने दो नहीं तो बहुत बुरा हो जाएगा।

उसके बाद जल्दी-जल्दी ओंकार मधुमक्खी के रास्ता सोना चांदी अपनी पॉकेट में भरने लगा था। उसके कुछ ही देर बाद मधुमक्खियों का एक बहुत बड़ा जोर लगाया और उस पर हमला कर दिया। मधुमक्खियां का बहुत ज्यादा काटने के कारण ओंकार की वहीं पर मौत हो गई थी। और ओंकार किसी लालच के कारण ओंकार की जान चली गई थी। फिर उसके बाद से ऊपर थी 1 दिन पर वह दोहा जाता था और वहां से मछली लेकर मार्केट में बेच दिया करता था।

इस बेड टाइम स्टोरी इन हिंदी से हमें क्या शिक्षा मिलती है?

इस Bedtime Stories in Hindi से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमें किसी भी चीज किसी भी प्राकृतिक चीज को अत्यधिक इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। जिसने हमें जरूरी है जितना हमारे जीवन के लिए जरूरी है हमें उतना ही उपयोग करना चाहिए हमें ज्यादा चीजों को बर्बाद नहीं करना चाहिए।

2 . अपने सपनों का घर – Bedtime Stories in Hindi

Bedtime Stories in Hindi

अर्जुन अपनी पत्नी तथा अपनी माता जी के साथ एक बहुत ही सुंदर घर में रहा करते थे। अर्जुन की ताजी एक फौजी थे जिन्होंने एक जंग में लड़ाई लड़ते हुए शहीद हो गया था। अर्जुन के पास अच्छी खासी है घर और पैसे थे लेकिन उसके पिताजी के शहीद होने के बाद उसका घर बस उसके पिताजी के लिए गए पेंशन से ही चला करता था।

अर्जुन शुरुआत से ही बहुत ज्यादा नाकामयाब और बेरोजगार लड़का था। क्योंकि उसके पिताजी एक सरकारी फौजी थे और उनके पैसों से वह समूह किया करता था। लेकिन जब उसके पिताजी का मृत्यु यानी शहीद हुआ तो उन्हें काफी ज्यादा दुख हुआ था। लेकिन फिर भी वह कोई भी काम को नहीं करता था ना ही किसी भी प्रकार की जॉब को करने के लिए राजी था। वह पढ़ाई लिखाई भी ज्यादा नहीं किया करता था क्योंकि उसके पिताजी तो जब जॉब करते थे तब तो बॉर्डर पर तैनाती पढ़ते हैं और माताजी इतने प्यार से रखते थे कि उन्हें मारने पीटने का मन ही नहीं करता था। इस कारण से दुलार प्यार की वजह से उसे ज्यादा पढ़ाई करने नहीं बोला गया और ना ही उसने खुद किया।

पिताजी की मृत्यु के बाद उसके माताजी हमेशा से ही अर्जुन को बोलती थी कि बेटा कोई काम कर लो ढंग ऐसे तुम्हारा जीवन गुजर-बसर सही से हो जाएगा। पेंशन के पैसों से कितने दिन जिंदगी चलेगी अगर पेंशन बंद हो गया तो तुम्हें जीवन जीने में बहुत ज्यादा काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इस कारण से मैं कह रहा हूं कि तुम जल्दी-जल्दी अपना कोई काम शुरू कर दो नहीं तो तुम्हें बाद में फिर पछताना पड़ेगा।

अर्जुन इतना ज्यादा आवारा हो चुका था कि वह अपनी मां का बात नहीं मानता था ना ही अपनी पत्नी का बात है। उसकी पत्नी ममता भी प्रत्येक दिन में कई कई बार बोला करते थे कि कोई अच्छा सा काम कर लीजिए लेकिन अर्जुन सुनने के नाम ही नहीं लेता था।

अर्जुन चाहता था कि जैसे अभी उसकी जिंदगी पेंशन की पैसों से गुजर रही है आगे भी उसी पैसों से उसी तरह से गुजरेगी। क्योंकि उसके पिताजी की सरकारी नौकरी होने के कारण वहां उसके गांव में उसका एक बहुत अच्छा और बहुत सुंदर घर था जिसमें वह करता था अपनी पेंशन के पैसे से अपनी जरूरत के सामानों को खरीदकर अपना गुजर बसर किया करता था।

एक दिन अर्जुन की मां की तबीयत खराब हो जाती है। तबीयत खराब होने के बाद ममता मतलब की अर्जुन की पत्नी उसे डॉक्टर के यहां ले जाने के लिए तैयार हो रही थी। वैसे ही घर में अर्जुन प्रवेश करता है तभी ममता कहती है कि माताजी का तबीयत खराब है जल्दी से कोई अच्छे डॉक्टर के पास ले चलो। तभी वह जल्दी बाजी इसी तरह से एक अच्छे डॉक्टर के पास ले जाता है और वहां उसका इलाज करवाता है।

अर्जुन की मां की तबीयत इतना ज्यादा खराब है कि 4 से 5 दिन हॉस्पिटल के बेड पर रहा लेकिन उसके बाद उसकी मृत्यु हो गई थी। जब अर्जुन की मां की मृत्यु हुई तो तो जैसे ही वह अपनी मां की पार्थिव शरीर अपने घर ले आने का प्रयास करने लगा था। तभी डॉक्टर कहता है कि इसमें बहुत सारे हंसते हुए हैं और एक ऑपरेशन भी हुआ है इस मरीज के शरीर को ले जाने से पहले तुम्हें हॉस्पिटल के पूरी बिल चुकाना पड़ेगा।

तभी अर्जुन हॉस्पिटल के बिल के बारे में पूछने लगता है और कहता है कि हॉस्पिटल का बिल कितना है। एक डॉक्टर कहता है कि तुम्हारे मां के इलाज में लगाए गए हैं कोई ₹400000 है जिसे जमा कर कर तुम अपनी मां को ले जा सकते हो। अर्जुन के पास इतने पैसे नहीं थे लेकिन फिर भी वह जैसे तैसे करके पैसे ले आया और अपनी मां के शरीर को घर ले जाकर उसका अंतिम संस्कार किया।

कुछ दिन बीत जाने के बाद उसका एक दोस्त उसके घर आ यार कहता है कि शर्त के मुताबिक यह घर मेरा होगा क्योंकि मैंने तुम्हें ₹400000 दिए है और तुमने कहा कि मैं इसे 2 साल में चुका दूंगा तुमने नहीं चुका पाया इसलिए अब पिया घर मेरा हुआ। तभी अर्जुन की पत्नी ममता कहती है कि कितने पैसे अपने घर को गिरवी रख कर लाए थे। तभी अर्जुन कहता है कि हां हां नहीं तो मेरे पास इतने पैसे कहां से आएंगे। अब तो शर्त के मुताबिक घरों से दोस्त का हो गया था। लेकिन फिर भी अर्जुन कहता है कि आखिरकार मैं तो तुम्हारा दोस्त हूं कुछ दिनों की मोहलत और दे दिया जाए मैं तुम्हारा घर जा चुका दूंगा।

लेकिन अर्जुन को उसके दोस्त के द्वारा किसी प्रकार की कोई मोहलत नहीं दी जाती है और दूसरी ही दिनों से घर से बाहर निकाल दिया जाता है। फिर अर्जुन और ममता एक किराए के घर में रहती है। उस समय भी अर्जुन के पास ज्यादा पैसे नहीं थे और ना ही उसे कोई काम आता था इस वजह से उन्हें पैसे कमाने में तो बहुत ज्यादा टाइम लग जाएगा।

अर्जुन अपनी पसंदीदा घर को अपने दोस्त के पास गिरवी रखकर बहुत ज्यादा उदास हो रहा था। तभी उसकी पत्नी कहती है कि मेरे पास जितनी भी सोने चांदी के गहने सभी ले जाकर भेज दीजिए बाजार में और अपना घर वापस ले दीजिए। अर्जुन ऐसा ही करता है और वह गहने बेचकर पैसे लाता है और फिर अपने दोस्त को दे कर अपने घर को आजाद कर लेता है।

हिंदी कहानी में हमें क्या सीख मिलती है?

इस हिंदी कहानी में हमें यह सीख मिलती है कि अपना घर अपना होता है दूसरों का घर या तो किराए का घर बहुत ज्यादा दिनों का नहीं होता है। इसलिए अपने घर के प्रति अपनी जिम्मेदारियां निभाए और हर बच्चे को चाहिए कि अपने घर का अच्छी तरह से ख्याल रखें।

3. अपना सुंदर गांव – Bedtime Stories in Hindi

Bedtime Stories in Hindi

बहुत पुराने दिनों की बात है सुंदरवन नामक एक बहुत ही प्यारा गांव था। वह गांव प्राकृतिक से इतनी हरा-भरा तथा फूलों से इतना हरा भरा था कि दूर-दूर से सैलानी और गांव को देखने के लिए आया करते थे। उस गांव के चर्चे बहुत दूर सो तक हुआ करते थे क्योंकि सुंदरवन गांव में रहने वाले लोग बहुत ही ज्यादा प्यारे तथा बेहद ही निराले लोग होते थे जो सभी की मदद हमेशा से ही किया करते थे। सुंदरवन गांव को जो भी सैलानी देखने के लिए आया करते थे उसकी पूरी मदद तथा खाने-पीने की जिम्मेवारी पूरी गांव वाले ही किया करते थे।

लेकिन उस साल बहुत दिनों से सुंदरवन गांव में बारिश नहीं हुई थी जिस कारण से वहां के पेड़ पौधे पशु पक्षी तथा फूल सभी मुरझा गए थे। सुंदरवन गांव में अब तो फसल की भी बहुत ज्यादा कमी हो रही थी क्योंकि पिछले 1 सालों से उस गांव में एक भी बारिश नहीं हुई थी। ऐसे में सभी के खेतों में बहुत ज्यादा सुख आवट होने के कारण उसी गांव में किसी भी प्रकार की फसल नहीं हो रही थी। लोगों के पास इतने ज्यादा मात्रा में अनाज नहीं था कि उनका गुजर एक महीना या एक साल तक हो सकता था।

बारिश ना होने के कारण गांव के सभी लोगों को ज्यादा परेशान थे। वह एक दूसरे को इकट्ठा कर कर कह रहे थे कि हमारे गांव में किस प्रकार की कमी हो गई है यह भगवान हमारे गांव पर इस प्रकार का श्राप दिया है कि हमारे गांव में एक भी बूंद की बारिश नहीं हुई थी पिछले 1 सालों से। हमारा सभी केस तथा हमारे गांव में जितने भी चीजें थी सभी सूखने लगी है। अब तो हमारे गांव में बाहर के सैलानी भी नहीं आते हैं कि हमारे गांव में कुछ इनकम हो सके।

गांव के लोग इन सारी समस्याओं को देखते हुए एक पंचायत बुलाती है। उस पंचायत में गांव के सभी लोग बच्चे बुजुर्गों शामिल होते हैं। उस गांव में यह फैसला लिया जाता है कि हमारे गांव में किसी प्रकार का कोई गलत काम हुआ है जिस कारण से यहां पर बारिश नहीं हो रही है। हम लोगों को एक भगवान को मनाने का यज्ञ करना होगा इसे कारण से हो सकता है कि भगवान खुश होकर फिर से हमारे सुंदरवन गांव में अपनी दयान रजिस्ट्री बनाकर रखें।

Bedtime stories in Hindi panchtantra

गांव की हालत को देखकर सभी लोग मान जाते और कहते हैं कि ठीक है कल से ही यज्ञ का काम शुरू कर दो। गांव के मंदिर के पास सभी लोग जाकर एक बहुत बढ़िया यज्ञ करते हैं। यज्ञ समाप्त होने के बाद उस गांव में एक बूढ़े ऋषि प्रवेश करते हैं। वह गांव के सभी घर में जाते हैं और कहते हैं कि मैं बहुत दिनों से भूखा हूं मुझे खाने के लिए दे दीजिए है। जैसे ही वह सभी के घरों में जाते हैं सभी को घरों में अनाज की बहुत ज्यादा किल्लत होने के कारण वहां के लोग कहते हैं कि मेरे पास तो ज्यादा अनाज नहीं है लेकिन जो भी है मैं आपको देने के लिए पीछे नहीं हटूंगा।

गांव वालों के पास चाहे 1 दिन का अनाज हो लेकिन फिर भी हुआ उस ऋषि को दे दिया था। गांव के इस व्यवहार को देखकर ऋषि का मन बहुत खुश हुआ। जाते-जाते ऋषि ने सभी लोगों को उस गांव के सुंदर 1 गांव को खुश रहने का आशीर्वाद दिया।

उसके दूसरे दिन बाद जैसे-जैसे सूरज निकल रही थी सुबह के समय उस तरह से सुंदरवन गांव भी बिल्कुल पहले की तरह ही खिलखिला कर उठ चुका था। अब गांव के सभी चीजें तथा सभी पेड़ पौधे फूल बारिश होने के कारण बहुत ज्यादा खिलखिला उठे थे। अब बारिश लगातार हो रही थी इसी कारण से खेत देखने सूखे हुए थे हुआ सभी नवि हो गए थे सभी लोगों ने अपने अपने खेत में अपने अपने पसंद के फसल लगाएं और फसल भी खूब हुआ है।

उसके बाद से गांव के सभी लोग आप सभी रिसीव को यह तो गांव में आए सैलानियों को बहुत ज्यादा मदद किया करता था। क्योंकि एक बार गांव में तंगी आने के कारण वही ताकि उस गांव के लोग इतने ज्यादा स्वार्थी हो गए थे कि वह आए सैलानियों को कुछ नहीं खाना-पीना पूछते थे। उस गांव में आए किसी भी ऋषि को कोई भी ₹1 तथा एक दादा अनाज भी नहीं दिया करता था जिस कारण से उसका में ऐसी स्थिति हुई थी। लेकिन फिर से गांव वालों ने वादा है कि अब से ऐसा कोई भी काम नहीं करेंगे जिससे लोगों को परेशानी हो। फिर उसके बाद से हम सभी लोग अपने गांव में खुश रहने लगे थे। सुंदरवन गांव फिर से चमक उठा था।

इस मोरल स्टोरी से हमें क्या शिक्षा मिलती है?

इस Bedtime Stories in Hindi हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमें अपने गांव पर आए सभी लोगों की मदद करनी चाहिए। क्योंकि लोगों की मदद करने से भगवान ईश्वर बहुत ज्यादा खुश होते हैं और गांव में ज्यादा खुशियां देते हैं।

Bedtime Stories in Hindi कहां निष्कर्ष

आज की हिंदी कहानियां में हम लोग Bedtime Stories in Hindi के बारे में पढ़ रहे थे। इस वेबसाइट पर मतलब की StoryHindi.net पर आपको सभी प्रकार की हिंदी कहानियां और मजेदार कहानियां तथा शॉर्ट कहानियां भी उपलब्ध है। अगर हमारे द्वारा जारी किया गया Bedtime Stories in Hindi आपको पसंद आई है तो कृपया करके इसे अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करें।

FAQ for Bedtime Stories in Hindi

पंचतंत्र की नैतिक कहानी क्या है?

जो कहानी हमें जीवन जीने की सही दिशा में जीने की कला सिखाती है जिसे पंचतंत्र की कहानी कहा जाता है।

पंचतंत्र किसकी किताब है?

पंचतंत्र की किताब चंद्र गुप्त मौर्य के ज़माने से ही चले आ रहे है, पंचतंत्र की किताब की रचयिता विष्णुशर्मा थे।

पंचतंत्र में कुल कितनी कहानी हैं?

पंचतंत्र में कुल 87 कहानी है जिसमें ज्यादातर प्राणी के ऊपर आधारित है।

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