Hindi Kahaniyan : जादुई कहानी तो हर किसी को पसंद होता है रैली आज की इसलिए इसमें हम लोग किसान की जादुई औजार की कहानी के बारे में पढ़ने वाले हैं। आज की जादुई कहानी में मुख्य दो किरदार है एक किसान दूसरा किशन की पत्नी।
आज की इस स्टोरी इन हिंदी में जादुई कहानी के बारे में आप लोगों को जानने का मौका मिलेगा इसमें आप लोग एक जादुई औजार के बारे में जाने के। क्योंकि एक जादुई औजार एक किसान के पास था और वह इस याद आई औजार का उपयोग कर तो नहीं जानते थे। आज इस लेख में किसान का जादुई औजार की कहानी के साथ-साथ Kisan Ki Kahani, Jadui Kisan Ki Kahani, Story in Hindi इत्यादि सवालों से संबंधित किस्से कहानियों के बारे में भी जाने वाले हैं।
किसान का जादुई औजार की कहानी – Story in Hindi
एक गांव में एक किसान रहता था ना यह बात बहुत दिन पहले की है जब लोगों के पास खाने पीने के लिए बहुत सारे चीज और बहुत सारे पैसे की उपलब्धता बहुत कम थी। उस किसान के पास खाने पीने के लिए और अपना घर परिवार चलाने के लिए किसी भी तरह का ज्यादा पैसा चौहान आज नहीं था वह अपना घर चलाने के लिए एक-एक दिन के लिए सोचना पड़ता था कि उनके घर का खाना पीना कैसे चलेगा।
किसान को अपनी किस्मत हर रोज आजमानी होती है, ठीक देते उन्हें हर रोज के लिए खाने पीने का जुगाड़ किसी ना किसी तरह से करना पड़ता था। उन्हें हर बार बहुत सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था क्योंकि उस साल उनके खेत में बहुत कम आना आज हुए थे और खेत में जो दोबारा फसल लगाई गई थी बारिश ना होने के कारण हुआ भी सूख गया था।
एक दिन जब वह अपने खेत में जाता है काम करने के लिए तो वह अपने खेत में काम कर ही रहा होता है कि सामने से एक व्यक्ति गुजरता है। वह व्यक्ति कहता है कि अरे भाई तुम इस खेत में क्या कर रहे हो बारिश तो इस साल हो नहीं रही है और ना ही होने का आसार दिख रहा है। तभी किसान कहता है कि मैं अपने खेत से खरपतवार निकालना हूं ताकि खेत में अच्छी पैदावार हो सके और हमारी खाने-पीने क्या व्यवस्था हो सके।
तभी वह आदमी कहता है कि इस बार बारिश नहीं होगी तो खेत में तो कुछ आना आज तो होगा ही नहीं और तुम घास निकाल दोगे तो अपने जानवरों के लिए चारा कहां से लाओगे। तभी किसान कहता है कि चारा की व्यवस्था दो मैं खुद ही कर लूंगा कहीं ना कहीं से लेकिन मैं अगर इसे खरपतवार निकाल दूंगा तो कुछ ना कुछ अनाज हमें खाने पीने के लिए मिल सकता है।
तो वह दूसरा व्यक्ति आगे बढ़ जाता है और किसान उस खेत में मिलेगा अपने खेत में खत्म खरपतवार निकालने लगता है। खरपतवार निकालते निकालते वह व्यक्ति देखता है कि वहां पर एक औजार पड़ा हुआ है जो कि बहुत ज्यादा पुराना मालूम होता है।
Kisan Ki Kahani in Hindi
वह किसान खेत पर काम करने के बाद उस औजार को अपने घर ले जाता है आप जाते ही अपनी पत्नी से कहना है कि सुनो देखो मुझे क्या मिला है मैंने अपने खेतों से या औजार देखा है और उसे यहां लिया या। किसान या सोच कर खुश हो जाता है कि बाजार में उस औजार को बेचकर काफी अच्छा पैसे मिल जाएगा और उनके खाने-पीने की कुछ ना कुछ इंतजाम हो ही जाएगा।
उसकी पत्नी जब इसका औजार को देखती है तो कहती है कि अच्छा है या औजार जाओ बाजार में भेज दो और पैसे ले आओ ताकि हमारे खाने पीने के लिए कुछ दिनों का सामान आ जाए। जिसे वह मार्केट में पहुंचता है और लोहे वाली दुकान में जाकर कहना है कि मैं इस औजार को बेचना चाहता हूं तभी लोहार ने इस औजार को अच्छे से और गौर से देखा उन्होंने इस औजार को पहचान लिया किया औजार बहुत पुराना है।
तभी किसान कहता है कि आप इस औजार के बदले मुझे कितना पैसा दे सकते हैं। लोहार कहता है कि मैं इसी औजार के बदले आपको ₹3000 दे सकता हूं अगर तुम्हें मंजूर है तो मुझे क्या लोहे की औजार को दे सकते हो। ईशान्य सुनकर बहुत खुश होता है क्योंकि उस जमाने में ₹3000 की बहुत सारी अनाज हो सकता है और उनकी बहुत दिनों की खाने पीने की दिक्कतों का दौर भी खत्म हो जाएगा।
किसान जादुई औजार को भेज देता है लोहार से पैसे ₹3000 ले लेते हैं इस औजार के बदले। रास्ते में आते समय किसान अपने घर के खाने पीने के लिए राशन खरीदते हैं और कर ले आते हैं और पत्नी से कहते हैं कि यह लो 2 सप्ताह की आसन मैंने एक साथी ले लिया है उस औजार से मुझे काफी ज्यादा मुनाफा हुआ है।
Kisan Ki Kahaniyan in Hindi
यह सुनकर किसान की पत्नी भी खुश हो जाती है और उन्हें अब कल परसो खाने-पीने की चिंता और छोड़कर अपने इस कार्य में अपना समय बिताने लगता है। अगले दिन किसान फिर अपने खेत में आता है और खत्म खरपतवार निकालने की कोशिश करता है हर पल तुम्हारा निकलते निकलते हैं उन्होंने देखा कि इस औजार को उन्होंने लोहार के पास भेजा था वही औजार फिर से दोबारा उसके खेत में पाई जाती है।
किसान उस औजार को फिर से उठाकर ले आता है और अपनी पत्नी से कहता है कि देखो भाग्यवान मुझे अपने खेत में या औजार फिर से दिखाई नहीं। पता नहीं मैं सपना देखा हूं यह हकीकत है तभी पत्नी कहती है कि यह हकीकत है और बिल्कुल पहले वाली औजार ही लग रही है पता नहीं यह औजार अपने आप खेत में कैसे आ जाती है।
वह किसान कहता है कि अपनी पत्नी से मेरे दोबारा बाजार में जाकर किसी लोहार के पास भेज दूंगा और फिर से मेरे पास खाने पीने के लिए बहुत ज्यादा सामग्री हो जाएगा। अब तो मुझे 1 महीने तक खाने पीने के लिए रास्ता राशन के लिए सोचना नहीं पड़ेगा क्योंकि इस कदर के बदले मुझे अच्छी खासी रकम मिल जाया करती है। लेकिन इस बार उसकी पत्नी कहती है कि यह सौभाग्य से मिला खंजर बार-बार हमारे पास आ रहा है हमें जरूर किसी ना किसी मैसेज देने का प्रयास हो रहा है। ऐसा करो इस खंजर कोई अखबार नहीं भेजेंगे हम इसे अपने पास ही रख लेंगे देखते हैं आगे क्या होता है।
किसान पत्नी की बात मानकर उस औजार को एक बक्से में बंद करके रख देते हैं रात होती है तो उस बक्से से अचानक बहुत तेज रोशनी निकलने लगती है। जब या पति पत्नी देख देखता है तो उन्होंने सोचा कि बक्से में क्या हो रहा है कहीं कोई भूत या कोई जादुई औजार तो नहीं है इसमें से बहुत ज्यादा रोशनी निकल रही है। हम बाहर भागने लगती है और उसके वह बावजूद भी वह बक्से को देखना नहीं छोड़ते हैं क्योंकि बक्से से सीखने ज्यादा रोशनी और कुछ कुछ आवाज भी आ रही थी।
उन्होंने का हल्ला सुनते ही उसके पड़ोसी कालू के सामने उसके घर आ जाते हैं और कहते हैं कि तुम लोग इतने हल्ला क्यों मचा रहे हो। तभी वह किसान पति-पत्नी कहता है कि मुझे इस बक्से से बहुत ज्यादा रोशनी और कुछ पूछ रहा हूं अभी सुनाई दे रही है। तबीयत के पड़ोसी कालू किसान देखता है कि वहां तो ऐसा कुछ भी नहीं है वह कहता है कि यह तुम दोनों का वहां मैं एक बक्से में कुछ भी नहीं दिखाई दे रहा है और वहां से चलाया था।
किसान की कहानियां हिंदी में
वह किसान और अपनी पत्नी के साथ धीरे-धीरे बक्से इतना बढ़ता है और किसान कहता है कि मैं इस बक्से को खोल कर देखना चाहता हूं कि इस बक्से में क्या है आखिर। वजह से ही भक्तों को खोलता है तो उसमें बहुत तेज रोशनी निकलती है और वह पीछे भागने लगता है। तभी खंजर से आवाज आती है कि तुम्हें पीछे भागने की कोई जरूरत नहीं है मैं तुम्हारे पुरखों की सेवा करता रहा हूं और हमेशा सेवा ही कर लूंगा।
वह औजार अभी कहता है कि तुम मुझे बाजार में भेज दिए थे मैं फिर से तुम्हारे खेत में आ गया हूं। तुझे पत्नी कहती है कि तुम मुझसे क्या जाते हो। तभी जादुई औजार कहती है कि मुझे तुमसे कुछ नहीं चाहिए नहीं तुम लोगों से कुछ चाहिए बल्कि मैं तुम्हारा मदद करना चाहता हूं।
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तू भी किसान कहता है कि आप मेरी मदद किस प्रकार से करेंगे वह कहता है कि तुम मुझे ले जाकर अपने खेत के एक कोने में जमीन के अंदर छिपा दो फिर देखो मैं तुम्हारी तरह की कैसे करवाता हूं। किसान ने सुबह ऐसा ही किया और उस साल से लेकर आज तक उस किसान के जैसा पूरे गांव में कोई अनाज पैदा किया ही नहीं। धीरे-धीरे पति-पत्नी किसान के पास बहुत ज्यादा धनराशि की प्राप्ति हो चुकी थी और वह बहुत ज्यादा अमीर हो चुके थे। क्योंकि साल दर्शन उनकी फसल अच्छी होती जा रही थी और काफी ज्यादा मुनाफे के साथ उनकी फसल बाजार में बिकती थी। ऐसे में उसे ज्यादा मुनाफा होना तय था और वह नहीं मेरे बहुत बड़ा आदमी बन गया था।
किसान की जादुई औजार की कहानी का निष्कर्ष
इस लेख में हम लोग अच्छी-अच्छी जादुई कहानियां के बारे में जाने का मौका मिला है क्योंकि इस लेख में हमने किसान की जादुई औजार के बारे में पढ़ा है। आगे हम लोग जादुई कहानी से संबंधित हो और भी बहुत सारी कहानियां को प्रकाशित करूंगा।
उम्मीद है कि StoryHindi.net की कहानियां आप सभी लोगों को बहुत ज्यादा पसंद आती होगी। क्योंकि हम अपनी वेबसाइट पर कहानियां को पूरी तरह से अच्छी तरह से और संपूर्ण कहानियां लिखते हैं अभी किसी को भी पढ़ने में कोई दिक्कत ना हो सके। यदि आपको हमारी कहानियां पसंद आती है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।
FAQ of किसान की जादुई औजार की कहानी
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किसान की जादुई औजार की कहानी से आपने क्या सीखा?
किसान की जादुई औजार की कहानी से हमने यह सीखा है कि हमें पूर्वजों के द्वारा मिला गया कोई भी चीजों को ज्यादा खत्म नहीं करना चाहिए।
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इस कहानी में मिली जादुई औजार को किसान क्या करता था?
किसान को मिली जादुई औजार हुआ मेले में और तथा मार्केट में लोहार के पास जाकर भेज दिया कर देता है।
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किसान को मस्त औजार बेचने के बाद कितने रुपयों का मुनाफा हुआ था?
किसान को मार्केट में जादुई औजार बेचने पर उन्हें ₹3000 की प्राप्ति हुई थी।