Stories in Hindi: जैसे जैसे जमाना बदल रहा है वैसे वैसे कहानियां का दौर भी बदलने लगा है। पहले Short Stories in Hindi आजकल लोग इंटरनेट पर पढ़ने लगे हैं। क्योंकि इंटरनेट पर वेबसाइट के जरिए तरह-तरह की स्टोरीज इन हिंदी के बारे में बहुत सारी कहानी दिया हुआ रहता है। लोग आजकल दादी नानी की कहानी सोने के बजाय इंटरनेट पर Story Hindi वेबसाइट पर हिंदी प्रेरणादायक कहानियां पढ़ते हैं।
क्योंकि इंटरनेट पर कहानियों का संग्रह बहुत ज्यादा मात्रा में उपलब्ध है। यही कारण है कि लोग आजकल यूट्यूब से ज्यादा वेबसाइट पर कहानियों का पढ़ना ज्यादा मजेदार माना जाता है। हम दोस्तों कहानियां हर किसी को सुनना चाहिए क्यों की हिंदी कहानियां मैं हर एक कहानी में कुछ ना कुछ सीख होती है।
ऐसा नहीं है कि कहानी सिर्फ बच्चों के लिए होता है। क्योंकि आजकल बहुत सारे बड़े लोग भी हिंदी कहानियों का वेबसाइट के जरिए लुफ्त उठाते हैं और कहानी को पढ़कर अपने बच्चों को सुनाते हैं ताकि बच्चे एक कहानी से अच्छी अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सकें।
बच्चों के विकास में कहानियां बेहद अहम भूमिका निभाती है क्योंकि कहानियों से बच्चों के मस्तिष्क का विकास होता है। किसी भी कहानी में किसी ना किसी घटना पर आधारित होती है। आज इंटरनेट पर Short Stories in Hindi with Moral, Top 10 Moral Stories in Hindi, बेस्ट मोरल स्टोरी इन हिंदी, Short Story in Hindi की बहुत सारी संग्रह उपलब्ध है। जिससे मनपसंद कहानी पढ़ने का मजा आता है।
Short Stories in Hindi with Moral
यहां आपको नीचे बहुत सारी हिंदी प्रेरणादायक कहानियां और शॉर्ट नैतिक कहानियां लिया गया है। नीचे आपको 100+ शॉर्ट स्टोरी इन हिंदी दिया गया है जो कि बच्चों के लिए सबसे ज्यादा बेहतर है। यह कहानी सभी बच्चों को प्रेरित करने के लिए यही लिखा गया है, ताकि बच्चों को सही दिशा में सही शिक्षा प्राप्त हो सके।
1. लालची किसान की कहानी – Top 10 Moral Stories in Hindi
एक गांव में एक किसान की फसल बहुत ज्यादा बेहतर किस्म की होती थी। वह किसान हमेशा अपनी मेहनत और कुशलता के दम पर पूरे गांव में सबसे ज्यादा अच्छा फसल प्राप्त करता था। उस किसान का नाम है रामू था। जब भी कोई लोग उन्हें देखता तो वह किसान हमेशा अपने खेत में काम करता दिखता था यही कारण है कि उनके खेत में बहुत अच्छी फसल होती थी।
साथ ही उसके बगल में एक खेत था जो मोहन का खेत था। वह हमेशा अपनी खेती करने के तरीकों में कुछ ना कुछ गलत करता था यही कारण है कि उनकी फसल थोड़ी कम होती थी।
एक बार की बात है दोनों अपनी-अपनी खेत में सेम फसल लगाता है पूनम राम और जब वह खेत में से फसल की कटाई और चटाई करके उसे मार्केट में बेचने के लिए जाता है तो। रामू को अच्छी कीमत मिलती है क्योंकि उसकी फसल की क्वालिटी अच्छी थी।
लेकिन मोहन की फसल की क्वालिटी अच्छी नहीं थी उन्हें कम दाम मिलता है और साथ ही रामू को बहुत ज्यादा फसल होता है और वह गौतम फसल प्राप्त होता है। यह देखकर मोहन को गुस्सा आने लगता है क्योंकि उसके साथ जो खेत था रामू का उसको ज्यादा मुनाफा मिलता है और मोहन को कम मुनाफा मिलते हैं।
एक दिन अचानक मोहन के दिमाग में एक आइडिया आता है। मोहन ने सोचा कि क्यों ना हम अपने अनाज के बोरी में कंकर मिलाकर वजन ज्यादा करके उसे मार्केट में अच्छे दामों में बेच देंगे।
अगले दिन मोहन सभी बोरियों में ऐसा ही करने लगा हुआ अपनी फसल में कंकर मिलाकर ज्यादा वजन कर लेता हूं मार्केट में दे देता। और इसी तरह से मोहन को भी फसल से ज्यादा मुनाफा होने लगा था।
एक दिन जब रामू मोहन को अपनी फसल में कंकर मिलाते देखता है तो वह मोहन को बोलता है कि मोहन तुम यह सब बहुत गलत कर रहे हो क्योंकि अनाज में फसल मिला ना अच्छी बात नहीं है। यह सुनकर मोहन कहता है कि तुम बस अपनी काम करो मैं अपना काम कर रहा हूं तुमको हम से क्या मतलब है तूने विराम
उसकी जवाब सुनकर रामू चल बनता है और अपना काम करने लगता है। एक दिन की बात है वहां का राजा अपनी रोग का हाल-चाल जानने के लिए वह अपनी भेष बदलकर गांव में घूमने आता है। और रामू और मोहन दोनों का फसल भी खरीदना है फिर वह अपनी बहन में जाकर दोनों फसल को खोलता है।
इससे मोहन की चोरी पकड़ी जाती है और राजा के द्वारा मोहन को बुलाया जाता है। फिर राजा कहता है कि मोहन तुम यह बहुत गलत किया है अपनी फसल में कंकर को मिलाकर। उन्होंने मतलब की राजा मोहन को उसकी कार्य के बदले सजा दी और रामू को इनाम के रूप में बहुत सारा धन दिया।
इस कहानी से हमें क्या सीख मिलती है?
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि लालच बुरी बला है, हमें लालच से बचना चाहिए।
2. चोर की दाढ़ी में तिनका कहानी – Very Short Story in Hindi
एक गांव में एक गोविंद नाम का लड़का रहता था। गोविंदा पढ़ने लिखने में बेहद ही ज्यादा होशियार होशियार था और बुद्धि में एकदम माहिर। पूरे गांव में उसकी होशियारी का चर्चा था जब भी कोई प्रॉब्लम होता था लोग उसे अपनी जरूरत के हिसाब से उसे सलाह लेने जरूर आते।
धीरे-धीरे हुआ गांव में बहुत चर्चित सा हो गया था। उसके बाद जब भी गांव में किसी प्रकार की समस्या होती थी तो सबसे पहले गोविंद से पूछा जाता था। इसीलिए गोविंद सबकी मदद करते थे और वह एक नेक दिल इंसान था।
एक दिन की बात है एक राजकुमारी का हार हो गया था या कोई उसे चुरा लिया था। राजा तरह-तरह का समस्या का समाधान करता था लेकिन वह अपनी बेटी का हार नहीं ढूंढ पाया था। इतने में राजा के दरबार में एक मंत्री ने कहा कि महाराज गांव में एक लड़का है जो बहुत ज्यादा होशियार है और उनकी बुद्धि के चर्चे पूरे गांव में है।
मंत्री ने राजा से कहा कि क्यों ना वही लड़का को बुलाया और राजकुमारी का हार ढूंढने को बोले। राजा ने ठीक वैसा ही किया गोविंद को बुलाया और कहा कि मेरी बेटी यानी की राजकुमारी का सोने का हार हो गया है। तुम अपनी बुद्धिमानी से होनहार को खोज कर निकालो नहीं तो मैं तुम्हें मृत्युदंड दूंगा। यह सुनकर गोविंद को बहुत ज्यादा हताश हुआ और वह अपनी बुद्धि दौड़ाने लगा।
गोविंद ने कहा कि महाराज आपसे एक लग रहा है कि आप अपने घर में यानी कि महल में जितने भी नौकर है सभी को मेरे सामने पेश होने की अनुमति दें। कुछ ही देर में सभी नौकर राजा के सामने पेश हुआ और वहीं पर गोविंद भी था।
गोविंद ने राजा से कहा कि यह लो मेरा पॉकेट से अखरोट है और सभी नौकरों को एक-एक अखरोट अपने हाथ में रखने को कहिए। गोविंद ने कहा कि जो भी सोने का हार नहीं लिया होगा उसकी अखरोट टूटेगी और लिया होगा उसकी अखरोट नहीं टूटेगी क्योंकि यह एक जादुई अखरोट है।
उसी नौकर के बीच में जिन्होंने हार को चुराया था वह भी शामिल था उन्होंने सोचा कि आज तो हम पर नहीं जाएंगे नहीं तो किसी भी तरह से यह अखरोट को तोड़ना होगा। यह सोच कर हुआ अपने हाथों में रखे अखरोट को पूरी जोर से दबाने लगा ताकि वह करो टूट जाए।
कुछ ही देर में गोविंद ने देखा कि एक नौकर के हाथ से खून बह रहा है। गोविंद फटाक से उस नगर के पास जाता है और कहता है कि तूने ही हाथ चुराया है चलो जल्दी हार निकाल लो। यह सुनकर का नौकर ने सोचा कि आज तो खैर नहीं है चलो हार लाकर दे देते हैं इस तरह से राजकुमारी की हार मिल गई। साथ ही गोविंद को राजा की तरफ से एक बड़ा इनाम भी मिला था।
यह कहानी हमें क्या सीख देती है?
इसका नियम में यह सीख मिलती है कि हमें कभी भी किसी की चीज को नहीं चलाना चाहिए। साथ ही हमें हमेशा अपनी बुद्धिमानी का परिचय लोगों को देना चाहिए ताकि लोग हम पर विश्वास करें।
3. जलपरी की कहानी – Short Stories in Hindi with Moral
एक गांव में एक किसान रहता था जो बहुत ही गरीब और वक्त का मारा था। वह प्रतिदिन पास के नदी में जाता था और अपनी जाल से मछलियों को फसा कर लाता था। उन्हीं मछलियों को हुआ देखकर अपने परिवार का पालन पोषण किया करता था।
मछुआरा प्रतिदिन आता था और नदी से मछली निकाल कर लेकर जाता था धीरे-धीरे मचलियां कम होने लगी और सभी मचलियां या देखकर परेशान होने लगा था। एक दिन की बात है एक मछली इधर-उधर ट्रायल नहीं थी कि उन्होंने एक जलपरी को देखा। जलपरी ने कहा क्यों मछली तुम इधर उधर क्यों भटक रही हो ज्यादा परेशान लग रही हो आज।
प्रभु मसीह ने कहा कि मैं परेशान क्यों ना रहूं मेरे सभी परिवार वालों को धीरे-धीरे इंसान निकालकर लेकर जाता है। जलपरी ने कहा कि अच्छा यह बात है आने दो आज मछुआरा को मैं उससे बात करती हूं।
अगले दिन जब मछुआरा होली नदी में मछली निकालने के लिए आता है तो फौरन जलपरी बाहर आती है, और कहती है, कि तुम्हें क्या चीज की कमी है जो रोज जहां से मछली लेकर जाते हो। मछुआरा ने कहा कि मैं बहुत गरीब हूं नींद मछलियों के कारण मेरे परिवार का पालन पोषण होता है। इसलिए मैं रोज यहां से मछली लेकर जाता हूं। और अपने परिवार को इस से पालन पोषण करता हूं।
जलपरी को मछुआरे की बात समझ आ गई जलपरी को लगा कि मछुआरा अपने परिवार के कारण नदी से मछली लिखा जाता है। तभी जलपरी नीचे पानी में जाती है और अपने खजाना में से एक मोती निकाल कर लेकर आती है। जलपरी किसान को मोती पकड़ा कर कहती है कि यह लो मोती है जाओ इसे बेचकर जमीन खरीद कर अपनी खेती बाड़ी शुरू करो।
और अपने परिवार का पालन पोषण किया करो। ऐसे देख कर मछुआरा बहुत खुश होता है और वह फिर दोबारा उस नदी पर कभी नहीं आता है। इससे नदी की सारी मछलियों की जान बच जाती है सभी मछलियां मिलजुल कर रहने लगती है। साथ ही एक साथ सभी मछलियां उस जलपरी का धन्यवाद करती है।
जलपरी की कहानी से क्या सीखे?
जलपरी की कहानी से हमें क्या सीख मिलती है कि चाहे कोई भी हो हमें सभी की मदद करनी चाहिए।
4. लालची हलवाई की कहानी – Short Stories with Moral for Kids
एक गांव में एक हलवाई एक दुकान थी। वह अपनी दुकान पर तरह-तरह की मिठाइयां बनाया कर जाता। उनकी मिठाइयां इतनी ज्यादा अच्छी थी कि लोग उनकी मिठाईयां लेने के लिए घंटो लाइन में लगे रहते थे। हुआ हलवाई दिन प्रतिदिन अपनी दुकान से पैसे कमा कर बड़ा आदमी बंदे गया।
यह देखकर उसने पत्नी ने उससे कहा कि हमारी दुकान कितनी अच्छी चलती है ना जितने भी मिठाईयां बनती है शाम तक सभी खत्म हो जाती है। तभी हलवाई ने कहा कि तुम सही बोल रही हो हमारी दुकान की मिठाई बहुत ज्यादा फेमस हो चुकी है और हमें आप किसी भी चीज की चिंता करने की जरूरत नहीं है।
धीरे-धीरे हलवाई बहुत अमीर हो गया था उसके मन के अंदर और धन कमाने की चाहत बढ़ने लगे थे। उन्होंने एक आईडिया लगाया उन्होंने कहा कि अवश्य में ग्राहक को कम वजन तोल कर दूंगा और ज्यादा राशि प्राप्त करूंगा।
उसके वहां सेवा हलवाई अपनी तराजू के नीचे चुंबक लगाकर ग्राहकों को चूना लगाया करता था और खूब जान कमाया करता था। यह चीज रोज प्रतिदिन होता चला गया था। 1 दिन उसके दुकान पर एक बुद्धिमान लड़का आता है वह मिठाई मांगता है 2 किलो। हलवाई अपनी वहीं पर आज उसे उस लड़का का वजन करता है उसे दे देता है।
उस लड़के को मिठाई तोड़ने में हल्की लगी थी उन्होंने कहा कि मैंने तो 2 किलो मिठाई मांगी थी यह बहुत हल्की लग रही है। तभी हलवाई ने कहा कि यह सही है और मेरे दोबारा वजन नहीं कर सकता क्योंकि मेरे पास टाइम नहीं है तुम यहां से जा सकते हो। फिर वह लड़का किसी दूसरे दुकान में जाता है और वहां वही मिठाई को नापने के लिए कहता है।
न्यू दूसरी दुकान वाला उस मिठाई की नपाई करती है तो वह कहता है कि यह तो डेढ़ किलो है। उसके बाद वाला का उस हलवाई को सबक सिखाने के लिए एक तराजू लेकर जाता है और उसी के पास की दुकान के नजदीक खड़ा हो जाता है और कहता है कि यह है जादुई तराजू यहां जो भी अपनी मिठाई रखेगा उसके मिठाई ज्यादा हो जाएगी।
यह देखकर सभी लोग अपनी अपनी मिठाई लेकर उसके पास आकर नपाई करने लगा। जैसे वह हलवाई की दुकान से निकलता है और उस लड़के के पास जाता तो उसकी मिठाई की वजन में भारी गिरावट देखने को मिलती थी यह सब देख कर ग्राहक सब समझ गया था।
फिर सभी लोग मिलकर उस हलवाई की तरह जो को चेक करने की बात करता है। जब वह लड़का उषा हलवाई की तरह जो को चेक करता है तो पता है कि नीचे चुंबक लगा हुआ है जिससे ग्राहकों को ठगा जाता है। यह सब देख कर वहां के सभी ग्रामीण भड़क जाते हैं और हलवाई की खूब पिटाई करते हैं और उनकी दुकान भी बंद करा दिया जाता है।
लालची हलवाई कहानी से हमें क्या सीख मिली?
इस कहानी से हमें यह सीख मिली है कि हमें किसी को ठगना नहीं चाहिए। क्योंकि हम किसी को भी उल्लू बनाकर ज्यादा बड़ा नहीं कहला सकते हैं।
5. किस्मत वाला नारियल – Short Moral Storeis in Hindi
एक बहुत ही खूबसूरत गांव में एक नारियल वाला रहता था वह प्रतिदिन अपनी पेड़ से नायल दौड़ाकर गांव में बेचा करता था। वह अपने आप को बहुत सौभाग्य कुवाना इंसान मानता था क्योंकि उन्हें वह गांव बहुत प्यारा लगता था। वह हमेशा कहता था कि मैं बहुत ही भाग्यशाली हूं कि मुझे इस तरह का गांव मिला है और यहां इतनी ज्यादा शांति है मानो जैसे स्वर्ग में रह रहा हूं।
वह प्रतिदिन सुबह उठता और अपनी बगीची से मैं जाकर नारियल तोड़ता और फिर ठेले में लेकर उसे बेचने के लिए गांव के मार्केट की तरफ चला जाता। इसी प्रकार से यह प्रक्रिया काफी दिनों से चलती आ रही थी।
1 दिन की बात है उसके पहले से एक आवाज आती है कि हे मनुष्य तुम मुझे हर रोज अपने ठेले में लेकर जाते हो और मुझे बेचते भी नहीं। यह सुनकर नारियलवाला कहता है कि जब मैं नारियल पेड़ से तोड़ रहा था तो तुम्हें कुछ अजीब सा नारियल लगा। मतलब यह है कि हुआ नारियल देखने में कुछ अजीब जैसा दिख रहा था।
नारियल वाला कहता है कि जब से मैं तुम्हें अपने ठेला में रखा हूं। मेरी तो किस्मत ही बदल गई मेरी नारियल सबसे ज्यादा बिकने लगी है यह तुम्हारे कारण हो सकता है इसलिए मैं तुम्हें नहीं बेच रहा हूं। यह सुनकर नारियल कहती है कि यह तो अच्छी बात है लेकिन एक बार सत्य है कि जो इस दुनिया में आया है उसका जाना जरूरी है।
नारियल ने कहा कि मुझे सड़क पर मरना अच्छा नहीं लगेगा। मुझे किसी के पास भेज कर मुझे आजाद कर दो। यह सुनकर वही नारियल वाला को रात भर नींद नहीं आ रही थी वह सोच रहा था इस नारियल को क्या करूं।
वर्सोवा उस नायर को लेकर एक मंदिर में जाता है और मंदिर के लोटा पर रख देता है जिसमें नीचे पानी भरा होता है। कुछ दिन बाद मंदिर का पुजारी कहता है कि नया वाला से तुम या नारियल छोड़ कर गए थे वह पेड़ बन गया है इसे लेकर जाओ और अपने घर या बगीचे में से लगा दो।
जब वह पेड़ों को अपने बगीचे में लगाता है और जब वह पेड़ खड़ा हो जाता है तो 1 दिन रात में जब नारियल वाला सो रहा था तभी आवाज देता है। नारियल का पेड़ कहता है कि नारियल वाला नारियल वाला जल्दी बाहर आओ तुमसे कुछ बात करनी है। जब नारियल वाला पेड़ के पास आता है तो फिर कहता है तुमने तो मेरा अस्तित्व ही बदल दिया। या का घर नारियल का पेड़ नारियल वाला का शुक्रिया अदा करता है और कहता है कि तुमने तो अपना काम कर दिया अब हमारी बारी है।
नारियल कहता है कि मैं तुम्हें इतना फल दूंगा कि तुम बिस्तर भेज दिया परेशान हो जाओगे। और यह बात हकीकत होती है कि जितना फल पूरी बगीचा में नहीं हुआ उससे ज्यादा उसी नारियल के पेड़ों से उसे मिलता है। यह सुनकर नारियल वाला बहुत ज्यादा खुश होता है और हमेशा नारियल के पेड़ की पूजा करता है।
नारियल के पेड़ की कहानी से हमें क्या सीख मिली
इस कहानी से हमें यह सीख मिली है कि चाहे कोई भी हो हमें उसका अस्तित्व नहीं मिटाना चाहिए। जहां तक हो सके हमें शक्ति अस्तित्व का ख्याल रखना चाहिए और सब की भलाई होनी चाहिए।
Short Stories in Hindi के बारे में
आज की संग्रह में Short Stories in Hindi की 100+ कहानियां दिया गया है। यहाँ आप शार्ट स्टोरी, मजेदार स्टोरी इन हिंदी, छोटी कहानी विथ मोरल, बच्चों की कहानी, Short story for kids दिया गया है। यहाँ आपको बच्चों की कहानियां की लम्बी लिस्ट दिया गया है। यहाँ आप अच्छी-अच्छी कहानियां सिखने को मिलेगी।
-
Short story से आप क्या सीखते है?
शार्ट स्टोरी इन हिंदी से हमे हमें छोटी-छोटी कहानियां में अच्छी-अच्छी बातें सिखने को मिलती है।
-
शार्ट स्टोरी बच्चों के लिए क्यों जरुरी है?
शार्ट स्टोरी बच्चों के विकास में ज्यादा उपयोगी साबित होती है, किस्से-कहनाइयाँ में कुछ न कुछ सिखने को मिलता है।
-
छोटी कहानियां कहाँ से पढ़े?
छोटी कहानियां आप Hindi Story साइट पर आसानी से पढ़ सकते है।