Panchatantra Short Stories in Hindi with Moral

इस Panchatantra Short Stories in Hindi with Motal हिंदी कहानियां में हम लोग पंचतंत्र की छोटी-छोटी कहानियां के बारे में पड़ने वाले हैं। पंचतंत्र की कहानियां पुराने जमाने से ही राजा महाराजाओं की कथाओं से लेते हुए पंचतंत्र प्रकार का कहानी लिखा जाता था जिसे पंचतंत्र की कहानियां कहा जाता है। Panchatantra Short Stories in Hindi आप लोगों को पढ़कर बहुत मजा आने वाली है। क्योंकि इसमें प्रेरणादायक हिंदी कहानियां तथा Hindi Short Moral Stories भी शामिल है।

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प्रेरणादायक हिंदी कहानियां Hindi Short Moral Stories

पुराने जमाने में पंचतंत्र नामक पंचतंत्र कहानियां का किताब हुआ करती थी जिसमें बहुत सारी कहानियां लिखा हुआ था। पंचतंत्र की इस किताब में मतलब पंचतंत्र की कहानी में बंदर की कहानी खरगोश की कहानी उल्लू की कहानी शेर की कहानी गधा की कहानी राजा की कहानी कौवा की कहानी चूहा की कहानी भालू की कहानी ब्राह्मण की कहानी इत्यादि प्रकार की कहानियां Panchatantra Ki Kahaniyan में शामिल है।

1. मूर्ख गधा की कहानी – Panchatantra Short Stories in Hindi with Motal

Panchatantra Short Stories in Hindi with Moral
Panchatantra Short Stories in Hindi with Moral

एक जंगल में एक शेर हाथी से लड़ाई कर कर घायल हो गया था। हुआ शेर हाथी से लड़ाई करने के बाद बहुत ज्यादा जोखिम हो गया था जिस कारण से वह चल फिर नहीं सकता था। अब तो उसका खाने पीने की व्यवस्था करने के लिए उसे बहुत ज्यादा संघर्ष करना पड़ रहा था।

शेर के चमड़ी पर बहुत ज्यादा घाव होने के कारण वह दौड़ भी नहीं पा रहा था कि अपने शिकार तक उसका पीछा किया जाए और फिर उसे अपने भोजन के रूप में प्राप्त करें।

इन सभी कारणों की वजह से शेर बहुत ज्यादा दुखी रहने लगा था। अचानक एक दिन शेर की मुलाकात एक ही गीदड़ से होती है शेर की मुर्गा गीदड़ से होते ही फिर कहता है कि गीदड़ भाई रुक जाओ मुझे तुमसे कुछ काम है मुझे तुमसे मित्रता करनी है।

आखिरकार जंगल के राजा शेर का बात सुनकर ऐसा कौन सा जानवर होगा जो नहीं रुकेगा। भीतर भी बिल्कुल वैसा ही किया वह रुक गया और जिओ के आने तक इंतजार किया एक सेकंड में ही शेर उसके नजदीक पहुंच गया और उससे मित्रता के बारे में पूछने लगा।

शेर ने अपनी हालत गीदड़ और दोस्त को बताई और कहा कि मुझे कुछ दिनों तक खाने पीने में समस्या होगी। जिस कारण से तुम्हें मुझे मदद करनी होगी। उसके बाद इधर कहता है कि अगर मेरे बस में होगा तो मैं जरुर मदद करूंगा आप आज्ञा आगे मुझे करना क्या होगा।

उसके बाद शेयर कहता है कि तुम्हें प्रति एक दिन किसी ने किसी जानवर को बहला-फुसलाकर मेरे पास लेकर आना होगा मैं उसे उसी कार के रूप में स्वीकार कर लूंगा।

शेर ने इस काम के बदले गीदड़ से वादा किया कि जब मैं स्वस्थ हो जाऊंगा तो तुम्हें अपने दोस्त के रूप में पूरी जंगल वासियों को बताऊंगा। उसके बाद तुम्हें कोई भी कुछ नहीं कहेगा और किसी से भी डरने की कोई जरूरत नहीं रहेगा।

उसके बाद से ही शेर के खाने का प्रबंध करने की जिम्मेवारी उस गीदड़ को ही और वह प्रत्येक दिन किसी ने किसी जानवर को बहला-फुसलाकर शेर के नजदीक लेकर आता था और फिर शेर उसे शिकार बनाकर अपना भोजन के रूप में प्रयोग किया करता था।

एक दिन गीदड़ शेर का शिकार ढूंढने के लिए किसी तालाब के किनारे पहुंच गया था। उस तालाब के किनारे एक गधा अपना चारा खाने के लिए खेत में चारा खा रहा था। जैसे ही गीदड़ गधा को देखता है कहता है कि गधा भाई तुम बहुत ज्यादा दुबले पतले हो गए हो क्या कारण हो सकता है।

उसके बाद गधा कहता है कि धोबी मेरे ऊपर कपड़ा लादकर लेकर आता जाता है अगर थोड़ा सा धीमी चले तो पीछे से मारता भी है। उसके बावजूद भी मुझे थोड़े से कहा घास दिया जाता है खाने के लिए इस कारण से मेरा शरीर दुबला पतला हो गया है।

तभी गीदड़ गधा से कहता है कि अगर तुम्हें कोई आपत्ति नहीं हो तो तुम मेरे साथ चलो मैं तुम्हें ऐसो आराम की जिंदगी जीने के लिए बताऊंगा। फिर गधा पूछता है ऐसा क्या बात है तुम मुझे कहां लेकर जाओगे।

उसके बाद गीदड़ कहता है कि हमारे वन में चलो वहां बहुत सारे जानवर एक साथ रहते हैं जंगल में बड़े-बड़े घास पाए जाते हैं और ताजे ताजे घास खाकर तुम्हारी तबीयत खराब हो जाएगा।

पीतल आगे कहता है कि इससे पहले भी मैंने दो गधी को अपने पास ले जाकर उसे सुरक्षित जगह में रखा है। आते वक्त दोनों गधे ने उसे कहा कि मेरे लिए एक पति की व्यवस्था कीजिए तभी मेरा जीवन सही से गुजर पाएगा। तुम वहां चलो खाने-पीने के साथ-साथ तुम्हें तुम्हारी शादी भी उसी गधी से करवा दूंगा जहां तुम बहुत ज्यादा खुश रहोगे।

गीदड़ की बात सुनकर गधा उस पर यकीन कर लेता है और कहता है कि ठीक है मैं तुम्हारे साथ चलने के लिए तैयार हूं। गीदड़ जैसे ही गधा को अपने साथ लेकर जाता है वह शेर के पास ले जाकर छोड़ देता है।

फिर झाड़ियों में छिप कर अपना शिकार आने का इंतजार कर रहा था कि अचानक देखता है कि एक गधा को लेकर गीदड़ आया है।

शेर को बहुत ज्यादा भूख लगी थी इस कारण से वह तुरंत ही गधे पर दौड़ रहा। तेज आवाज के कारण गधा तेजी से भागने लगा। गधा तेजी से भागते हुए जंगल से दूर पहुंच गया उसके बाद गीदड़ शेर से कहता है कि मैंने इतनी मेहनत से शिकार को बहला-फुसलाकर जंगल लेकर आया था और आपने उसे शिकार नहीं किया।

उसके बाद फिर गीदड़ कहता है कि चलो मैं फिर एक बार बोल कर देखो बुलाने का प्रयास करता हूं। तभी शेर कहता है कि ऐसा कभी हो सकता है कि एक बार कोई धोखा खाने के बावजूद भी नहीं दोबारा जान से हाथ धोने के लिए आएगा।

फिर से एक बार गीदड़ उसी तालाब के नजदीक जाता है और दिखता है कि गधा वहां मौजूद है। कभी गीदड़ फिर से गधे को कहता है कि मैंने अपने साथ तुम्हें लेकर गया था लेकिन जैसे ही तुम्हारा दोस्त गधी तुम्हारे पास आना चाहा तुम वहां से भाग आए हो।

तभी गधा कहता है कि मुझे नहीं पता था कि कौन मेरे पास आने का प्रयास कर रहा था मुझे कोई खतरा लग रहा था इसी कारण समय वहां से भाग आया था। उसके बाद में गीदड़ गधा से कहना है कि ठीक है तुम मेरे साथ चलो क्योंकि हुआ गधी बोल रही थी कि अगर गधा मेरे पास नहीं आएगा तो मैं जिंदा नहीं रहूंगी।

गीदड़ की बातें सुनकर गधा फिर आके बातों के आ जाता है और उसके साथ चलने के लिए तैयार हो जाता है। इस बार गधा को ले जाकर हरा हरा घास खिलाता है। उसके बाद पीछे से शेर को बुलाता है शेर अचानक आता है और गधा पर वार करता है और उसका काम तमाम कर देता है।

इसके बाद शेर नहाने के लिए तालाब तक चल पड़ता है और कहता है कि तुम यहीं रुकना गीदड़ भाई और इसकी देखरेख करना हमारे आने तक तुम इंतजार करना फिर हम दोनों मिलकर खाना खाएंगे।

जैसे ही शेर नहाने के लिए तालाब की तरफ जाता है वैसे ही गीदड़ को बहुत ज्यादा भूख लगती है। उससे इंतजार नहीं होता है और वह गधे का कान और उसका दिल खा लेता है।

शेर जब नहा कर आता है तो देखता है कि गधी का कान्हा और दिल गायब है। फिर गुस्सा हो जाता है और कहता है कि तूने मेरे आने से पहले ही इसका गाना और दिल गायब कर दिया खा लिया।

उसके बाद गीदड़ कहता है कि आप गलत सोच रहे हैं इस गधे के पास नहीं सके कान थे और ना ही इसके पास दिल था। नहीं तो देख जानवर के पास अपनी कान और दिल रहता तो कोई एक बार खतरा महसूस होने के बावजूद भी दोबारा कैसे उसी जगह पर आने के लिए राजी हो जाता। शेर को गीदड़ की बात पर यकीन हो गया और फिर दोनों भोजन के लिए प्रस्थान कर खूब मजे से खाया।

इस कहानी में हमें क्या शिक्षा मिलती है?

इस Panchatantra Short Stories in Hindi with Moral की कहानी से हमें क्या शिक्षा मिलती है कि हमें किसी की बातों पर जल्दी विश्वास नहीं करना चाहिए। हमें परिस्थिति पर पूरा तरह से स्पष्ट कर कर देख लेना चाहिए, तभी किसी भी अन्य जगह जाने का प्रयास करना चाहिए। खासकर के बच्चों को किसी के द्वारा कहीं भी जाने का अगर प्रस्ताव कोई देता है तो सबसे पहले उसे जांचे परखे फिर वहां जाए।

2. चींटी की बहादुरी – Panchatantra Short Stories in Hindi with Moral

Panchatantra Short Stories in Hindi with Moral

एक जंगल में एक पेड़ के छेद में एक सांप रहा करता था। वह सांप दिन भर तो इधर-उधर भटकता रहता था लेकिन रात को अपने खाने की तलाश में पक्षी तथा तितलियों को उसके घर में जाकर पकड़ कर अपना भोजन में प्रयोग कर लिया कर देते।

जैसे ही पक्षी लोग अपनी अपनी घोसले में जाकर रात में शाम होते ही आराम करने लगते हैं। वैसे ही यह सांप जाकर उसके घोसले से निकालकर उसका जान मार कर फिर उसे खा लेता था।

यह सब चीज देखकर सभी चिड़िया तथा उसके बच्चे बहुत ज्यादा दुखी थे। सांस का यही क्रम लगातार चलता रहा था कुछ दिन सांप जिस पेड़ का छेद में रहता था सांप की मोटाई ज्यादा होने के कारण वह उस पेड़ के छेद में नहीं जा सका था।

अब वह अपने रहने तथा खाने-पीने का प्रबंध करने के लिए इधर उधर भटक रहा था कि कहीं उसे आराम करने के लिए कोई जगह मिल जाए अच्छे से।

वह जिस जानवर के घर जाकर रहने के लिए उससे आगरा करता था तो या उसे बनाने के लिए प्रयास करता था तो सभी लोग मिलकर उसे भगा दिया करता था। अंत में सांप हार कर एक चींटी के घोंसले के पास चला गया। मतलब कि जहां बहुत सारे चीटियां अपना घर बनाती है वहीं पर चला गया था और वहां उसे भगाने लगा था।

फिर उसके बाद सभी चीटियां मिलकर एक साथ सांप पर वार किया और सांप फिर वहां से भाग निकला। इस तरह से सभी चीटियां मिलकर अपनी बहादुरी और बुद्धिमानी से अपने घर से सांप को भगा दिया था।

फिर उसके बाद से अब वे लोग एक साथ रहने लगे थे सांप का किसी तरह का कोई जगह नहीं मिलने के कारण उन्होंने दूसरे जंगल का रुख किया और वह वहां से भाग चले।

इस कहानी में हमें यह शिक्षा मिलती है कि एकता में बल है अगर हम सब एक हैं तो हमें कोई भी कार्य करने में परेशानी नहीं होगी। क्योंकि कहावत में कहा गया है कि एकसेभलेदो होता है।

3. सोने की चिड़िया की कहानी – Panchatantra Short Stories in Hindi with Moral

Panchatantra Short Stories in Hindi with Moral

एक बहुत बड़ी जंगल में एक टोनी का नाम का चिड़िया रहा करते थे। टोनी चिड़िया रहने खाने तथा किसी भी काम करने के लिए सबसे ज्यादा बुद्धिमान मारा जाता है। साथ ही आपको यह भी बता देंगे उस टोनी चिड़िया में एक खास तरह का वरदान मिला हुआ था।

मतलब की उस चिड़िया जहां भी अपना बूंद गिरा दी थी तो वह सोने में बदल जाया करते थे। यहां बूंद का कहने का तात्पर्य है कि खाना खाकर जाओ चिड़िया बाद में पीछे के रास्ते से गंदगी निकालते हैं उसे ही बूंद कहां जा रहा है।

इसी वरदान के साथ वह चिड़िया पैदा लिया था। वह चिड़िया बहुत घनी एक जंगल में अपना जीवन का पालन पोषण कर रही थी। 1 दिन की बात है एक शिकारी उसी पेड़ के नीचे जाकर बैठ कर आराम करता है इस पेड़ पर टोनी चिड़िया बैठी हुई थी।

वह जैसे ही आराम कर रहा था तभी वहां उसके सर पर कुछ गिरने की आवाज आई थी। तभी उस शिकारी को अचानक पता चला कि उसके सर पर किसी चिड़िया ने बाथरूम किया था। जैसे ही चिड़िया का बूंद नीचे गिरा जमीन पर तुरंत ही सोना बन गया था।

यह सब देखकर शिकारी को बहुत ही आश्चर्यचकित हुआ। शिकारी और चिड़िया को पकड़ने के लिए मतलब की टोनी चिड़िया को पकड़ने के लिए अब प्लान बैठाने लगाकर। उसके बाद वह दो-तीन दिन तक टोनी चिड़िया को जाल में फसाने के तरीके के बारे में सोचता रहा।

एक दिन वह टोनी चिड़िया के लिए जाल बिछाया था। और टोनी चिड़िया उसमें जान में दाना खाने के कारण आई हुई थी। उसके बाद फिर सिलाई के द्वारा बिछाए गए जाल में टोनी चिड़िया फंस गई थी।

शिकारी अब तो टोनी चिड़िया को लेकर अपने घर की तरफ निकल पड़ा था। उसने रास्ते में सोचा कि अगर मैं इस दुनिया को घर लेकर जाऊंगा। और वह चिड़िया जो बूंद की रहेगी तो सोने का बन जाएगा।

अगर यह बात किसी तरह से राजा तक पहुंच गया करो वह चिड़िया तो ले लेगा लेकिन मुझे कुछ फायदा नहीं होगा। मैं ऐसा करता हूं कि यह चिड़िया को सीधा है राजा के पास लेकर जाता हूं। राजा को दे दूंगा और इसे बदले में राजा मुझे जरूर कुछ ना कुछ उपहार देगा जिससे मैं अपना जीवन का बेहतरीन तरीके से पालन पोषण कर सकूंगा।

शिकारी ऐसा ही करता है वह इस चिड़िया को लेकर राजा के पास चला जाता है। राजा के महल में जाता है राजा से मुलाकात करता है और उस चिड़िया के खासियत के बारे में राजा को बताता है।

राजा तुरंत ही उस चिड़िया को अपने पास रखने पर अपने नौकर को बुलाकर कैसा है किस चिड़िया को सबसे अच्छे वाले बिजली में कैद करके रखो। साथ ही वह नौकरों को यह हिदायत देता है कि चिड़िया को किसी प्रकार का कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।

उसके बाद राजा के दरबार में एक बुद्धिमान मंत्री आता है और कहता है कि राजा जी कि आपने कहीं सुना है कि कोई पक्षी सोनी का बाथरूम करता है। तो फिर आजा करता है ऐसा तो मैंने कभी नहीं सुना लेकिन यह करा रहा है तो हो भी सकता है।

तभी वह बुद्धिमान मंत्री कहता है कि ऐसी कोई बात नहीं है यह उल्लू बना रहा है किसी ने किसी गिफ्ट उपहार पाने के लालच में। उसके बाद मंत्री कहता है कि मेरा आग्रह है कि इस पाखंडी को दंड दिया जाए और चिड़िया को आकाश में छोड़ दिया जाए।

उसके बाद राजा नौकर से कहकर आएगी इस चिड़िया को आकाश में उड़ा दो और इस व्यक्ति को पकड़कर कारागार में डाल दो। जैसे ही नौकरी चिड़िया को छोड़ देता है चिड़िया जाकर एक दरवाजे पर बैठती है।

जैसे ही चिड़िया वहां बैठती है वहां एक बूंद गिरा देती है और वह तुरंत ही सोना में बदल जाता है। यह देखकर राजा बिहारी सकीत हो जाता है और अपने नौकरों को आदेश देता है कि जल्दी जाओ इस दुनिया को पकड़ कर लाओ।

उसके बाद वह शिकारी राजा से कहता है कि मैंने सही कहा था और आपने ही गलत समझा था। मैंने बड़ी ही मेहनत से उस चिड़िया को पकड़कर आपके पास लाया था आपने बड़ी ही आसानी से उसे जाने दिया। लेकिन इन सभी बातों का अब कोई फायदा नहीं था क्योंकि टोनी चिड़िया अब तो उड़ गई थी।

टोनी चिड़िया बहुत ज्यादा होशियार हो गई थी अब वह किसी के बांकावे तथा किसी के जाल में ना आने की कसम खाई थी। और वह चिड़िया एक बहुत बड़ी जंगल में चला गया जहां इंसान का दूर-दूर तक पहुंच नहीं था।

Panchatantra Short Stories in Hindi with Moral का निष्कर्ष

इस Story in Hindi में आप लोगों को Panchatantra Short Stories in Hindi with Moral कहानी के बारे में बताया गया है। इसमें शॉर्ट स्टोरी मोरल से संबंधित है बहुत सारी कहानियां उपस्थित है जिसे पढ़कर बच्चों को प्रेरणादायक शिक्षा मिल सकती है। उम्मीद है कि Story Hindi वेबसाइट द्वारा जारी किया गया हिंदी कहानियां आप लोगों को पसंद आ रही होगी।

FAQ for Panchatantra Short Stories in Hindi with Moral

पंचतंत्र की कहानी कैसी होती है?

चिड़िया पेड़ पौधे खरगोश गधे घोड़े इत्यादि की कहानी जिसमें प्रेरणादायक शिक्षा छिपी होती है उसे ही पंचतंत्र की कहानियां कहा जाता है।

पंचतंत्र की कहानियां बच्चों के जीवन में क्या सबक लेकर आती है?

पंचतंत्र की कहानियां बच्चों के जीवन में एक प्रेरणा स्रोत का काम करती है जिसे प्रेरणादायक हिंदी कहानियां भी कहा जाता है।

पंचतंत्र की कहानियां कैसे पढ़ें?

पंचतंत्र की कहानियां इंटरनेट पर पंचतंत्र की कहानियां सर्च कर गया था वह इंटरनेट पर स्टोरी हिंदी नामक वेबसाइट पर जाकर बहुत सारी कहानियों को पढ़ सकते हैं।

पंचतंत्र की कहानियां इतनी प्रसिद्ध क्यों है?

पंचतंत्र की कहानियों में से बहुत सारी कहानियां पुरानी तथा जानवर के ऊपर आधारित है जिस कारण से बच्चे को पंचतंत्र की कहानियां बहुत ज्यादा पसंद आती है।

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