मैगी पराठा वाली बहू – Story in Hindi for Class 1

Hindi Kahaniyan तो हर किसी को पसंद होता है इसलिए आज के इस लेख में हम लोग मैगी पराठा वाली बहू (Story in Hindi for Class 1) के बारे में जाने का मौका मिलेगा। आपको बता देगी हिंदी कहानियां सभी बच्चों को तथा Class 1 से लेकर Class 5 तक के बच्चों के लिए आज की या मोरल कहानी आप सभी को बहुत पसंद आने वाली है।

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मैगी पराठा वाली बहू – Story in Hindi for Class 1

मैगी पराठा वाली बहू - Story in Hindi for Class 1
मैगी पराठा वाली बहू

बहुत पुरानी दिनों की बात है एक गांव में दो भाई अजय को विजय एक साथ और अपनी मम्मी के साथ रहा करता था। उन दोनों की शादी हो गई थी अजय की पत्नी का नाम पर गया था और विजय की पत्नी का नाम सोनी था। अजय घर का बड़ा भाई होने के कारण सबसे ज्यादा जिम्मेदारी है तथा घर में जितनी होने वाली कठिनाइयां का जिम्मेवार बड़ा भाई अजय एक था।

तथा घर में किसी भी प्रकार के मुश्किल आने पर सबसे ज्यादा फिक्र बड़े भाई अजय कोई हुआ करता था। क्योंकि छोटे भाई विजय हमेशा सही अपने दोस्तों के साथ इधर उधर ही घुमा देता था। क्योंकि उन्हें बड़े भाई ने बड़े प्यार से पाला था और उसे किसी भी प्रकार का ज्यादा भारी काम नहीं करवाना चाहता था रहा हूं। इसी कारण से वह विजय को खुला छूट दे दिया करता था और परिवार के पालन पोषण के लिए उनसे ज्यादा पैसे की डिमांड नहीं किया करता था।

1 दिन की बात है उनके घर पर नगरपालिका का एक ऑफिसर आता है और कहता है कि तुम्हारा घर इल्लीगल है इसे यहां से जल्द से जल्द खाली करना होगा। तभी अजय और विजय तथा उनकी मम्मी उस ऑफिसर को कहती है कि मैं यहां सालों से रह रही हूं। यह जमीन मेरी है और वही सब दिन इनका देखभाल करते आया हूं मेरे साथ ससुर भी इसी जमीन पर आ कर देते हैं।

हिंदी कहानियां

तभी ऑफिसर कहना है कि यह जमीन रेलवे की है तुम्हें यह जमीन को जल्द से जल्द खाली करना पड़ेगा यहां रेलवे का बहुत सारा काम होने वाला है। तभी हजारों विजय दोनों इस बात को लेकर कोर्ट में जाता है वकील के पास और नगरपालिका के खिलाफ एक याचिका दायर करता है। बहुत दिनों तक मतलब की 1 साल तक दोनों में केस चलता है लेकिन अंत में जीत नगर पालिका की होती है।

उसके बाद अजय विजय समेत उनकी मम्मी और पत्नियों को भी घर छोड़ने पर मजबूर हो जाता है। तभी छोटा भाई विजय कहता है कि मैंने शहर में जान नौकरी की है और जान नौकरी कर रहा हूं वहां एक फ्लाइट देखिए रहने के लिए फ्लाइट बहुत छोटी है इस कारण से उसमें दो लोग ही रह पाएंगे इसलिए सोचता हूं कि मैं और सोनी शहर चला जाता हूं रहने के लिए।

बड़ा भाई आ जाए छोटे भाई मिलेगा बात अच्छे से समझ जाता है वह हम बुरे वक्त में अपना घर अलग बसाना जाता है और हम लोगों से दूर होना चाहता है। बड़े भाई अजय ने छोटे भाई विजय को तथा उनकी पत्नी को बाहर रहने की इजाजत दे देता है और खुद पत्नी और मम्मी समेत एक किराए के रूम में जाकर रहने लगता है।

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समय मेरे आगे चलता रहता है एक दिन ऐसा आता है कि जहां पर विजय नौकरी कर रहा था वहां से भी उसे किसी कारणवश निकाल दिया जाता है। यह सुनकर अपनी पत्नी और उनकी मां बहुत ज्यादा दुखी हो जाती है कभी उनके घर का पूरा बजट बिगड़ जाता है। उनकी पत्नी तथा उनकी मां को बहुत ज्यादा खुश होता है कि अभी चाय कौन सा काम करेगा और अपना घर किस प्रकार से चलाएगा।

मैगी पराठा वाली बहू - Story in Hindi for Class 1

अभी पत्नी कहती है कि आप बेकार के रोना-धोना बंद कीजिए अगर भगवान ने चाहा तो आपको उसे अच्छी नौकरी मिल जाएगी। तभी वह भगवान पर भरोसा कर कर खुद को भगवान के समीप अपने आप को समर्पित कर देता है। और देखता है कि भगवान उसके घर परिवार चलाने के लिए किस पर उसकी मदद करती है।

1 दिन की बात है अजय की पत्नी प्रज्ञा को या ख्याल आता है कि क्यों ना हुआ शहर में जाकर किसी प्रकार का कोई होटल खोल लेने से उनकी जिंदगी तथा घर का खर्चा भी नहीं आ जाया करेगा। यही बात वह अपने पति अजय को बताता है और कहता है कि हम लोग एक होटल खोलेंगे शंकर अंदर का सारा राशन का व्यवस्था कर लिया करेंगे।

मैगी पराठा वाली बहू - Story in Hindi for Class 1

क अजय कहता है कि लेकिन हम लोग किस प्रकार की दुकान खोले हैं जो पूरे शहर में चलने के लायक होगा। सर मैं देखने में ऐसा लगता है कि किसी भी तरह की दुकान की कोई कमी नहीं है अगर हम लोग दुकान खोलेंगे तो क्या चलने के लायक रहेगा। तभी पत्नी कहती है कि सभी दुकान जैसे चल रही है हमारी भी दुकान उसी तरह से चलेगी हम लोग हौसला करके अपना दुकान खोले तो सही है। तभी अजय कहता है कि अच्छा बताओ हम लोग इस प्रकार के दुकान खोलेंगे।

अजय की पत्नी प्रज्ञा कहती है कि चलो हम लोग मार्केट पहले चलते हैं और देखते हैं कि कहां पर किस प्रकार की दुकान है नहीं है और कौन सा दुकान ज्यादा चल रही है। तभी हम लोग उसी प्रकार के दुकान खोलने के बारे में सोचेंगे। वजह से एक मार्केट घूमने निकलती है तो देखती है कि हर जगह सभी प्रकार की दुकान ही मौजूद है तथा किसी प्रकार की दुकानें भी कोई कमी नहीं है। तभी वे दोनों घर आ जाते हैं और सोचते हैं कि मार्केट में तो सभी दुकानें पहले से उपलब्ध हैं अब हम लोग कौन हैं दुकान खोलेंगे।

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जब अजय और उनकी पत्नी प्रज्ञा मार्केट में घूम रही थी तब उसने देखा था कि एक तो मैगी के स्टॉल पर भीड़ लगी हुई है और दूसरा पराठा की स्टाल पर। तभी अजय की पत्नी के मन में या ख्याल आता है कि क्यों ना हम लोग मैं घी पराठा दोनों को एक साथ मिलाकर एक कहां से यूनीक तरह का फास्ट फूड बनाया जाए तथा एक पकवान बनाया जाए जिसे लोग बहुत ज्यादा पसंद करेंगे।

वह इस बात को अपने पति समेत अपनी सासू मां को बताती है सभी लोग इस बात को हां कर दिया जाता है। और कहता है कि चलो एक दिन हम लोग इस व्यंजन को बनाकर देखते हैं कितना स्वादिष्ट होता है और लोग इसे करने के लिए आएंगे या नहीं आएंगे। अगले ही सुबह पर यह सुबह जल्दी उठती है और वह उसे नए प्रकार का फास्ट फूड बनाने के लिए तैयार हो जाती है। जैसे ही फास्ट फूड बनकर तैयार होता है तो सबसे पहले वह अपने पति अजय को खाने के लिए देता है। अजय जब इस फास्ट फूड को खाता है धोखा दे ही उनका आनंद से मजा आ जाता है क्योंकि मैगी पराठा इतना ज्यादा स्वादिष्ट था।

हम अगले दिन एक स्टोर शहर में लगाता है और वहां पर जाकर अजय और उनकी पत्नी जाकर एक जगह स्थाई रूप से होटल खोल देता है। जब वह अनोखा प्रकार का मैगी पराठा बनाती है और लोगों के बीच वह मैगी पराठा जाता है तो बहुत ज्यादा फेमस हो जाता है। जिस कारण से उन्हें कुछ ही दिनों में बहुत ज्यादा ग्राहक मिलने लगते हैं।

कुछ दिनों तक होटल इसी प्रकार है चलता रहता है और उसके पास बहुत ज्यादा धनराशि इकट्ठा हो जाता है। तभी अजय कहता है कि अब हम लोग अपना घर खरीद लेंगे वह जाकर बिल्डर से मिलता है और कुछ पैसे देकर तथा कुछ पैसा ईएमआई घर का घर खरीद लेता है। अब वह सब अपने घर में अपना मालिकाना हक के साथ अपने होटल के साथ हमेशा रहते हैं। और उनका दिन रही है उसी को से गुजर नहीं लगती है तथा साथ में उनके पत्नी आ जाए और उनकी मां भी बहुत खुश रहने लगती है।

मैगी पराठा वाली बहू की कहानी का निष्कर्ष

इस कहानी में हम लोग मोरल कहानी मर्दों की मोरल स्टोरी इन हिंदी मेरी पराठा वाली बहू की कहानी के बारे में जाने का मौका मिला है। इस कहानी में दो भाई अजय और विजय के बारे में पढ़ने का मौका मिला है। उम्मीद है कि हमारी वेबसाइट के द्वारा जारी किया गया Story in Hindi आप सभी को बहुत पसंद आया होगा। यदि आप को हमारी तरफ से जारी किया गया कहानी पसंद है तो है तो कृपया करके इसे अपने दोस्तों के साथ तथा अपने परिवार वालों के साथ हमने अपने सोशल मीडिया एंड आंसर जरूर शेयर करें ताकि हमारा भी सपोर्ट हो सके

FAQ मैगी पराठा वाली बहू की कहानी
  1. अजय और विजय को किस कारण से अपने घर से बाहर निकल नहीं पढ़े?

    क्योंकि दे देगा पर हजारों विजय का घर बना हुआ था वह जमीन रेलवे की थी और वह उसे खाली करने के लिए हजार विजय को कहा था।

  2. मुझे अपनी जिम्मेवारी किस तरह से थोड़ा लेते हैं कौन?

    मुझे अपनी जिम्मेवारी या बोलकर छोड़ देता है कि हम लोग जाकर शहर में रह लेंगे। और वह अपनी पत्नी के साथ निकाली पड़ता है।

  3. अजय को उनकी पत्नी किस प्रकार के होटल खोलने की सलाह दी थी?

    विजय को उनकी पत्नी मैगेवाला पराठा के दुकान खोलने की सलाह दी थी।

  4. मैगी पराठा वाली बहू की कहानी से आप क्या समझते हैं?

    हमें इस कहानी से क्या सबक मिलता है कि चाहे किसी भी प्रकार का मुसीबत क्यों ना आए हमें अपने परिवार से अलग नहीं होना चाहिए।

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