गरीब किसान की किस्मत की कहानी – बैलों की कहानी स्टोरी इन हिंदी

Hindi Kahaniyan – गरीब किसान की किस्मत की कहानी तथा बैलों की कहानी स्टोरी इन हिंदी की इस लेख में हम लोग गरीब किसान की किस्मत की कहानी, गरीब किसान की कहानी के बारे में जानेंगे जो एक बैल बेचा करता था। StoryHindi.Net हमेशा से ही आपके लिए अच्छी अच्छी कहानियां उपलब्ध कराता है और स्वागत है आप सभी को हमारी वेबसाइट स्टोरी हिंदी डॉट नेट पर।

आज किस कहानियां में मतलब की आज की हिंदी कहानियां में हम लोग गरीब किसान की किस्मत के बारे में जानने का मौका मिला है यह एक प्रकार का मोरल स्टोरी इन हिंदी है जिसे हम सभी को अपने बच्चों को जरूर सुनाने चाहिए। किस्से कहानियां लोगों तथा बच्चों के विकास के लिए बहुत ज्यादा उपयोगी साबित होता है।

बैलों की कहानियां इस लेख में आज हम लोग गरीब किसान की कहानी तथा उससे संबंधित बैल की कहानी, गरीब किसान की कहानी, इत्यादि के बारे में कहानियां के रूप में पड़ने वाले हैं। तो चलिए आगे बढ़ते हैं और गरीब किसान तथा बैलों की कहानियां की शुरुआत करते हैं।

गरीब किसान की किस्मत की कहानी

गरीब किसान की किस्मत की कहानी - बैलों की कहानी स्टोरी इन हिंदी
गरीब किसान की किस्मत की कहानी

एक गांव में जोगिंदर नाम का एक व्यापारी रहता था वह हमेशा आस-पड़ोस के इलाकों में ऐसे बैल तथा पशुओं को खरीद कर घर लाता था और उसे अच्छी तरह से खाना-पीना खिलाकर और बैल को अच्छी सेहत बना कर उसे दूसरी मार्केट में भेज दिया करता था।

इस बिजनेस से जोगिंदर करो बहुत ज्यादा मुनाफा हो रहा था और आगे भी लगातार जोगिंदर पुराने पुराने तथा कमजोर बैल को खरीद कर लेकर आता और उसे अपने घर में अच्छा खाना खिलाता और डॉक्टरों से उसकी सेहत के बारे में तथा दवाई के साथ होता इलाज करके फिर उसे मार्केट में अच्छा मुनाफा के साथ भेज दिया करता था।

एक बार की बात है जब अंदर अपने गांव के अंदर है एक व्यक्ति के घर जाता है और उनके घर में रखें एक बेल को देखता है। बैल काफी कमजोर और दुबला पतला था क्योंकि उनका मालिक बहुत बुरा हो चुका था और वह अब बल को चारा नहीं चला सकता था इसी कारण से उनका सही चारा नहीं मिलने के कारण का शहर ही खराब हो चुका था कि।

जोगिंदर उस आदमी के घर जाता है वह कहता है कि आपका बेल तो और दिन प्रतिदिन ज्यादा दुबला पतला होता जा रहा है अगर आप चाहो तो फिर से मेरे पास भेज सकते हो मैं इससे तंदुरुस्त और सेहतमंद बनाकर अपने पास रखूंगा रखूंगी। यह सुनकर वह बूढ़ा आदमी कहता है कि हां मेरे पास तो चारा की कमी है मैं बाहर चारा लाने जा भी नहीं सकता हूं यही कारण से मेरे बैल की सेहत खराब होती जा रही है अच्छा होगा कि तुम उसे खरीद लो और इससे अच्छा से रखना।

तभी बैल का मालिक कहता है कि तुम इस के बदले मुझे कितना पैसा दीजिएगा। तभी जोगिंदर कहता है कि मैं इस बैल के बदले तुम्हें ₹12000 दे सकता हूं। बता तभी बैल का मालिक कहता है कि मैं तो अपनी बाइक की कीमत ₹15000 लगाऊंगा अगर तुम्हें लगता है कि यह सही कीमत है तो तुम उसे ले सकते हो।

जोगिंदर उस बैल के लिए ₹15000 दे देता है और वह बैल को अपने घर ले जाकर उसकी यार करवाता है बता अच्छा खाना देता है कुछ ही दिनों के बाद बैल की सेहत तंदुरुस्त हो जाती है और बैल काफी मोटा तगड़ा देखने में लगता है। जोगिंदर सोचता है कि अब तो इसे मैं अपने मार्केट में ले जाकर भेज दूंगा और इसे काफी ज्यादा पैसा भी कमा लूंगा।

बैल की कहानी – Story in Hindi

गरीब किसान की किस्मत की कहानी - बैलों की कहानी स्टोरी इन हिंदी

वह मोबाइल बहुत मोटा तगड़ा हो गया था लेकिन वह सुबह में एक कमी थी कि बहुत ज्यादा आलसी था खेत में हल चलाने के लायक नहीं था क्योंकि उसका एक कदम भी आगे नहीं बढ़ पाता था। जोगिंदर इस बेल को अगली सुबह मार्केट में ले जाता है और उसे बेच देता है।

जो मार्केट में ले जाता है इस बेल को तो एक गाना गाता है और कहता है कि मुझे बैंक की काफी जरूरत है तुम यह बैल की कीमत कितना लगाओगे। तभी जोगिंदर कहता है कि इस पहल की कीमत ₹35000 है जो तुम चाहो तो उसे खरीद सकते हो।

तो यह कहता है कि ₹35000 ज्यादा हो रहा है मैं इस मोबाइल को सिर्फ और सिर्फ ₹32000 दे सकता हूं क्या तुम्हें यह सौदा मंजूर है। तभी जोगिंदर कहता है कि ठीक है मैं इस बेल को तुम्हारे पास ₹32000 में भेजने के लिए राजी हो।

जब वह आदमी इस बेल को अपने घर ले जाता है और उसे अपने खेत में हल जोतने की कोशिश करता है तो बस एक कदम भी नहीं चल पाता है। क्योंकि किसान को लगा था कि बहुत-बहुत सेहतमंद है और उनका बैल बहुत मोटा तगड़ा है वह खेत में हल जोतने के लिए पर्याप्त होगा।

लेकिन घर ले जाकर हालात उसके विपरीत पाया क्योंकि बैल इतना आलसी था कि वह हल जोतने के लिए राजी ही नहीं होता था वह एक कदम भी चलने से इंकार कर देता था सीधे-सीधे तौर पर। यह सब देखकर किसान को बहुत निराशा हुआ और वह बैल को लेकर वही मार्केट में आया और जोगिंदर से कहता है कि तुम अपने बैल को अपने पास रखो मैं तुम्हारा बैल किसी भी लायक नहीं है यह एक कदम भी नहीं चलता है तो मैं अपना खेत कैसे जोत लूंगा इस बैल से।

हुआ किसान जोगिंदर को बैल वापस कर देता है और उसके बदले में अपनी पूरी रकम वापस ले जाता है। वह किसी दूसरे मार्केट में जाकर एक अच्छा सा बैल खरीदता है और वह अपने कार्य के लिए उपयोग करता है।

इधर जोगिंदर उस बैल को लेकर बहुत ज्यादा परेशान था क्योंकि वह वायरस इतना ज्यादा आलसी था कि कोई भी उस बैल को लेने के लिए राजी नहीं हो रहा था। आगे से जब भी कोई ग्राहक हो उस बैल को देखने आता तू जोगिंदर उसे पहले से ही बता दिया करता था कि हम भी बहुत ज्यादा आलसी है अगर तुम्हारे उपयोग के लायक है तो तुम उसे खरीद सकते हो।

एक दिन एक गरीब किसान जोगिंदर के दुकान पर आया और कहा कि यह बैल कितने का है तभी उन्होंने कहा कि यह मोबाइल तो मोटा तगड़ा देखने में लग रहा है लेकिन इसकी आलसी पर बहुत ज्यादा है यह कोई भी कार्य खेत में नहीं कर सकता है। तभी ग्राहक रहता है कि तुम इस बैल की कीमत कितना लगाओगे क्योंकि वह एक गरीब हमारे पास इतने सारे पैसे नहीं है कि मैं अच्छा संभाल कर रख दूंगा कोई सा भी दुर्बल पहले खरीद लूंगा और मैं उसे अपने खेतों का चारा खिलाकर से सेहतमंद बना दूंगा।

जोगिंदर इस्माइल की कमी ग्राम को बताता है फिर भी ग्राहक लेने पर राजी हो जाता है वह ग्राहक उस बैल को खरीद कर अपने घर ले जाता है और अपने खेत में ले जाकर उसे हल चलाने की कोशिश करता है।

गरीब किसान की कहानी

गरीब किसान की किस्मत की कहानी - बैलों की कहानी स्टोरी इन हिंदी

देसी व किसान अपने खेत पर बैल निकल जाता है मोबाइल है एक भी कदम चलने से सीधा इंकार कर देता है यह देखकर किसान को बहुत निराशा होता है और उन्होंने बहुत बढ़िया सी बैल को आगे बढ़ाने की लेकिन बैल है कि आगे बढ़ने का नाम ही नहीं ले रहा था।

तभी उसकी बेटी अपने हाथ में एक मकई का पौधा लेकर आता है यह देखकर भी उसके पीछे-पीछे चलने लगता है यह देखकर किसान को काफी ज्यादा उत्साहित होता है और कहता है कि मैं अब बेल को किसी न किसी कारण से चलने पर मजबूर कर दूंगा।

Garib Kisan Ki Kahani

वह मकई के पौधा को बैल के आगे बांध देता है और वे उसे खाने के लिए आगे बढ़ता रहता है इस कारण से वह दिन भर में अपनी खेत की जुताई अच्छी तरह से कर लेती है। यह सब देखकर किसान मुस्कुराया और कहा कि मुझे इतनी कम कीमत में इतना बढ़िया बेल मिल गया है जो कि मेरा सारा काम आ सकता है।

आखिरकार किसान ने अपनी बुद्धिमानी है और अपनी हे बुद्धि के कारण बड़ेल को चलने पर मजबूर कर दिया और वह लगातार ऐसा ही कर कर दिल से अपना खेत हाल से चला लिया करता था। किसान ने कहा कि बड़े बुजुर्ग ने सही कहा है कि जी अगर सीधी उंगली से ना निकले तो उंगली टेढ़ा करना ही पड़ता है।

गरीब किसान की किस्मत की कहानी का निष्कर्ष

इस स्टोरी इन हिंदी में हम लोग गरीब किसान की किस्मत की कहानी है तथा किसान की कहानी के बारे में जानना है उम्मीद है कि आप सभी लोगों को हमारी स्टोरी हिंदी की यह कहानी बहुत ज्यादा पसंद आई होगी। क्योंकि यहां हमने किसान की कहानी से संबंधित तथा गरीब किसान की किस्मत की कहानी की कहानी के बारे में बताया है।

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FAQ गरीब किसान की किस्मत की कहानी
  1. गरीब किसान की किस्मत की कहानी से आप क्या समझते हैं?

    इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि अगर कोई कार्य पूरी तरह से नहीं हो रहा है तो उसे पूरा करना ही पड़ता है।

  2. जोगिंदर किस प्रकार का इंसान था वह कौन सा कार्य करता था?

    बैल की कहानी में योगेंदर एक व्यापारी था और वह दूरदराज के इलाकों में जाकर बैल खरीद कर ला कर बेचा करता था।

  3. किसान इतनी कम कीमत में बैल को क्यों बेचा था?

    वह किसान ज्यादा बुरा हो चुका था और वह अपने बैल को चारा नहीं दे पा रहा तो इसी कारण से इतनी कम कीमत में जोगिंदर के पास बैल बेच दिया था।

  4. किसान ने बैल से किस तरह कार्य करवाया था?

    किसान बैल के आगे मकई का पौधा बांधकर उससे हलचल वाया था।

  5. बैल की कहानी किस कहावत को प्रदर्शित करती है?

    बैल की कहानी कि अगर सीधी उंगली से ना निकले तो उंगली टेढ़ी करनी पड़ती है इस कहावत को प्रदर्शित करती है।

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